उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरी कार खड़ी करने और बिजनेसमैन मनसुख हीरेन की हत्या के दोहरे मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इंस्पेक्टर सुनील माने से गुरुवार को कड़ी पूछताछ की गई थी। गिरफ्तार किए गए इंस्पेक्टर सुनील माने पर निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की मदद करने का शक है, जो उनकी इस केस में संलिप्तता की ओर इशारा करता है।
माने को दो अन्य गिरफ्तार पुलिसवालों वाजे और रियाजुद्दीन काजी के साथ शुक्रवार को एनआई की विशेष कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। वाजे और रियाजुद्दीन की रिमांड की अवधि शुक्रवार को ही समाप्त हो रही है।
एंटीलिया केस में क्राइम ब्रांच के तीसरे अधिकारी की गिरफ्तारी
सुनील माने, वाजे और रियाजुद्दीन के बाद पिछले दो महीने में इस मामले में गिरफ्तार होने वाले क्राइम ब्रांच के तीसरे अधिकारी हैं। एंटीलिया बम विस्फोट मामले की जाँच के सिलसिले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने एपीआई रियाजुद्दीन काजी को निलंबित कर दिया। एनआईए के एक अधिकारी ने तब बताया भी था, “वह न केवल पूरी साजिश का हिस्सा था, बल्कि यह बताने के लिए गवाह है कि उसने वाजे के निर्देशों पर सबूत कैसे नष्ट किए।”
25 फरवरी को 20 जिलेटिन छड़ों से भरी एक स्कॉर्पियो एसयूवी और एक धमकी भरे खत को अंबानी के घर एंटीलिया के करीब बरामद किया गया था। 5 मार्च को मनसुख हीरेन की लाश थाने क्रीक से बरामद हुआ था। देश भर में सुर्खियाँ बटोरने वाले इस मामले में दो अन्य आरोपियों पूर्व पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गोर को भी गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले के उजागर होने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस बल में बड़ा बदलाव करते हुए उस समय के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का तबदला स्टेट होम गार्ड्स के कमांडेंट जनरल के रूप में कर दिया था, जबकि हेमंत नागराले को उनकी जगह नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया।