उत्तर प्रदेश की पुलिस ने हिन्दुओं का अपमान करने वाले ‘तांडव’ वेब सीरीज को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में मंगलवार (फरवरी 23, 2021) को बयान दर्ज कराने के लिए अमेज़न प्राइम की नेशनल हेड अपर्णा पुरोहित लखनऊ के हजरतगंज पुलिस थाने पहुँचीं। दोपहर के 2 बजे पहुँचीं अपर्णा का बयान बंद कमरे में दर्ज किया गया। लगभग साढ़े 3 घंटे तक उनका बयान दर्ज किया गया। यूपी पुलिस इस मामले में तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
Lucknow: Amazon Prime’s India head of original content Aparna Purohit reached Hazratganj police station to record her statement in a case related to web series ‘Tandav’ for allegedly hurting religious sentiments.
— ANI UP (@ANINewsUP) February 23, 2021
(23.02.2021) pic.twitter.com/9nLP4WQHLI
जनवरी 18 को दर्ज किए गए इस मामले में अपर्णा पुरोहित का बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया की वीडियोग्राफ़ी भी कराई गई। यूपी पुलिस ने इस मामले में 100 सवालों की सूची तैयार की थी। लेकिन, अपर्णा पुरोहित पहले दिन कई सवालों के जवाब नहीं दे सकीं, इसलिए अभी कई सवालों को लेकर पूछताछ बाकी है। अपर्णा पुरोहित के साथ उनके सुरक्षाकर्मी और अधिवक्ता भी साथ गए थे, जिन्हें कक्ष के बाहर ही रोक दिया गया।
अपर्णा पुरोहित से पूछताछ का क्रम जारी रहेगा। इलाहबाद हाईकोर्ट की एकल पीठ ने इस मामले में उन्हें थाने पहुँच कर बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था। इस मामले में निर्देशक अली अब्बास ज़फर और निर्माता हिमांशु कृष्ण मैहर का बयान मुंबई में ही दर्ज किया गया था। ‘तांडव’ में हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक बनाने और हिन्दू धर्म का अपमान करने के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। शो के निर्माताओं ने माफ़ी भी माँगी थी।
हजरतगंज के अलावा उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में अपर्णा पुरोहित समेत अन्य के खिलाफ धारा 153- A (1) (B), 295-A, 505(1)(B), 505(2) में FIR दर्ज हुई थी। हजरतगंज वाला मामला इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा ने दर्ज कराया था। उन्होंने ‘तांडव’ के सारे एपिसोड में से हिन्दू धर्म का अपमान करने वाले दृश्यों का विवरण नोट कर के पेश किया था। अब इस मामले में आगे की कार्रवाई का इंतजार है।
बता दें कि अमेजन प्राइम की वेब सीरिज ‘तांडव’ के मेकर्स के खिलाफ पिछले दिनों लखनऊ में शिकायत दर्ज की गई थी। इस संबंध में जाँच के लिए यूपी पुलिस मुंबई भी गई थी। गुरुवार जनवरी 21, 2020 को यूपी पुलिस की टीम सीरीज के डायरेक्टर, लेखक के घर तथा प्रोड्यूसर के दफ्तर पहुॅंची थीं। लेकिन, इनमें से कोई भी नहीं मिला था। इन सभी के ख़िलाफ़ सीरिज के जरिए लोगों की धार्मिक भावनाएँ आहत करने के आरोप में केस दर्ज है।