Sunday, November 17, 2024
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अतीक अहमद का ‘पढ़ाकू’ बेटा 10वीं के हर सब्जेक्ट में फेल, असद की मार्कशीट वायरल: खूब चली थी विदेश जाकर पढ़ाई न कर पाने की कहानी

मार्कशीट बता रही है कि अच्छे नंबर लेकर पास होना असद की प्राथमिकता थी ही नहीं। उसका मकसद माफिया बनना था। वह अपने अब्बा से प्रेरित था। उसने स्कूल प्रशासन को डराया-धमकाया हुआ था।

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर के बाद पुलिस को छानबीन में उसकी 10वीं की मार्कशीट हाथ लगी है। इसे देख पता चल रहा है कि प्रयागराज के सेंट जोसेफ स्कूल से दसवीं करने वाला असद पढ़ाई में बिलकुल अच्छा नहीं था। उसके 700 में से कुल 125 नंबर (कुल 25%) आए थे और वह हर पेपर में फेल था। उसके एक पेपर में भी 33 से ऊपर नंबर नहीं थे।

मार्कशीट में देख सकते हैं कि असद को अंग्रेजी में 100 में से 28 नंबर मिले थे। हिंदी में उसके 100 में से 21.5 नंबर आए थे। इसी तरह साइंस-मैथ्स में 19-19 और सोशल साइंड में 19.8 नंबर आए थे। मार्कशीट दिखा रही है कि अच्छे नंबर लेकर पास होना असद की प्राथमिकता थी ही नहीं। उसका मकसद माफिया बनना था। वह अपने अब्बा से प्रेरित था। उसने स्कूल प्रशासन को और टीचरों को डराया-धमकाया हुआ था।

इतना ही नहीं खबरों के अनुसार, उसने एक स्कूल प्रतियोगिता में अपने ही शिक्षक को बुरी तरह प्रताड़ित किया था। इसी तरह एक खेल के दौरान उसने एक रेफ्री को झापड़ मार दिया था। उसकी मार्कशीट में साफ लिखा दिख रहा है कि स्कूल ने उसे हर सब्जेक्ट अच्छे से पढ़ने की सलाह दी थी।

बता दें कि असद अहमद की मार्कशीट ऐसे समय में सामने आई है जब कुछ दिन पहले ही मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया था कि असद अहमद पढ़ने में बहुत होनहार था और लॉ पढ़ने विदेश जाना चाहता था। लेकिन अतीक के आपराधिक बैकग्राउंड के कारण उसे वीजा नहीं मिला। रिपोर्ट ने यह भी कहा था कि असद के 12 वीं 85 परसेंट आए थे।

हालाँकि अब असद की 10 वीं की मार्कशीट देखकर लगता है कि मीडिया के दावे पूरी तरह फर्जी थे। उन्होंने ऐसे शख्स का महिमामंडन करने का प्रयास किया जो उमेश पाल की हत्या में शामिल था और पुलिस के रिकॉर्ड में बदमाश था। हत्या के बाद उसके ऊपर 5 लाख रुपए ईनाम रखा गया था। इसके बाद 13 अप्रैल को झाँसी में उसका एनकाउंटर कर दिया गया। वह अतीक का तीसरा बेटा था। उसके एनकाउंटर के दो दिन बाद ही अतीक की हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट में सामने आया था कि असद हमेशा अतीक के दम पर गुंडागर्दी करता था। वह खुद को ‘छोटे सांसद जी’ कहता था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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