अदालत के आदेश पर भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) की 24 सदस्यीय टीम वाराणसी में ज्ञानवापी का सर्वेक्षण करने करने पहुँच गई है। प्रशासन शहर में हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा के इंतजाम चाक-चौबंद हैं। जहाँ हिन्दू पक्ष ने सोमवार (24 जुलाई 2023) से हो रहे इस सर्वे में सहयोग का भरोसा दिया है तो वहीं मुस्लिम पक्ष ने सर्वे की तारीख आगे बढ़ाने की माँग की है। शुक्रवार (21 जुलाई 2023) को जिला जज की अदालत ने परिसर ने वैज्ञानिक सर्वेक्षण के आदेश दिए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ASI की टीम वाराणसी में रविवार को ही पहुँच चुकी थी। वाराणसी के जिला प्रशासन ने इसी दिन हिन्दू और मुस्लिम दोनों पक्षों आमने-सामने बिठा कर अगले दिन शुरू हो रहे सर्वे के बारे में जानकारी दे दी थी। हिन्दू पक्ष हो रहे इस सर्वे को अपनी जीत बता रहा है। हिन्दू पक्ष की वादिनी मंजू व्यास, रेखा पाठक, सीता साहू और लक्ष्मी देवी ने इस समय को कभी न भूलने और सावन माह में बाबा की कृपा बताया।
इनके वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने पूरे सर्वे में मौके पर मौजूद रहने की जानकारी दी। वायरल हो रह वीडियो में ASI की टीम को ज्ञानवापी परिसर में भारी सुरक्षा के बीच प्रवेश करते देखा जा सकता है। इनके साथ हिन्दू याचिकाकर्ता और उनके वकील भी हैं।
#WATCH | Varanasi, UP: ASI (Archaeological Survey of India) to conduct survey of the Gyanvapi mosque complex today
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 24, 2023
Visuals from outside the Gyanvapi premises pic.twitter.com/VrvywzKp99
फिलहाल सर्वे शुरू हो चुका है। मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे में न शामिल होने का फैसला किया है। इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई का हवाला देते हुए मुस्लिम पक्ष ने सर्वे की तिथि आगे बढ़ाने की माँग की है। बताते चलें कि 21 जुलाई को वाराणसी के जिला जज ने ज्ञानवापी के वैज्ञानिक सर्वेक्षण का आदेश दिया था। यह आदेश हिन्दू पक्ष द्वारा दायर याचिका पर दिया गया है। आदेश के मुताबिक वजूखाना छोड़ कर बाकी स्थानों का सर्वे किया जाएगा।
मुस्लिम पक्ष की तरफ से पैरवी कर रही अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला जज की कोर्ट में भी परिसर के वैज्ञानिक सर्वेक्षण की माँग का विरोध किया था।