उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गोतस्करों को दबोचने वाली पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। हमलावरों ने दारोगा की वर्दी फाड़ दी और आरोपितों को छुड़ा लिया। इस घटना के सिलसिले में दो महिलाएँ गिरफ्तार की गई हैं।
गुरुवार (14 मई, 2020) दोपहर गोतस्करों को गिरफ्तार करने पहुँची पुलिस टीम पर हमला किया गया। भीड़ पुलिस की पकड़ से आरोपितों को छुड़ा ले गई। इसके बाद भारी संख्या में पहुँची पुलिस फोर्स ने हालत को सँभाला और मौके से दो महिलाओं को गिरफ्तार किया।
अमर उजाला की खबर के मुताबिक अलीगढ़ शहर के सासनी गेट थाना क्षेत्र के कासिम नगर इलाके में दारोगा हरेन्द्र सिंह, सिपाही बृजमोहन और ईश्वर दयाल गोकशी के आरोप में वांछित चल रहे दो आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पहुँची थी। कासिम बाबा मस्जिद के पास से दोनों आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया।
इसकी जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को हुई उन्होंने इसका विरोध करते हुए पुलिस के साथ कहासुनी शुरू कर दी। दारोगा ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कहासुनी के बीच ही कुछ महिलाओं ने पुलिस के साथ हाथापाई करते हुए उनकी वर्दी को फाड़ दिया और हँगामा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं हमलावर भीड़ में शामिल महिलाओं ने एक कॉन्स्टेबल के हाथ को काट लिया और इसी का फायदा उठाकर आरोपित पुलिस की पकड़ से भाग निकले।
पुलिस पर हमले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और कुछ ही देर में थाना प्रभारी जावेद खां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे। लेकिन इससे पहले गोतस्करी के आरोपित मौके से फरार हो चुके थे।
आपको बता दें कि पिछले दिनों शहर के भुजपुरा इलाके में गोकशी की एक घटना हुई थी, जिसमें मुस्तकीम और रूसी पुत्र मुन्ना का नाम सामने आया था, तभी से अलीगढ़ पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। थाना सासनी गेट इंस्पेक्टर जावेद खां के मुताबिक पुलिस पर हमला करने वालों में शामिल दो महिलाओं रुकसार और शबाना को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि अलीगढ़ के भुजपुरा क्षेत्र में मौजूद सब्जी मंडी में पिछले महीने 22 अप्रैल को लॉकडाउन के दौरान समय अवधि पूरी होने पर पुलिस की एक छोटी टीम दुकानें बंद कराने पहुँची थी। इसी बीच अचानक से दुकानदारों ने भीड़ के साथ मिलकर पुलिस टीम पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। इसमें एक पुलिसकर्मी घायल हुआ था और लेपर्ड बाइक में तोड़फोड़ की गई थी।