पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी के जुलूस पर पथराव और बमबाजी की खबर है। घटना में कई श्रद्धलुओं को चोटें आईं हैं। कुछ की स्थित गंभीर बताई जा रही है। बुधवार (17 अप्रैल 2024) को हुई इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में पत्थर फेंकते लोग और सड़क पर बम फटते साफ दिख रहे हैं।
इन्हीं में से एक वीडियो साझा करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी की तुष्टिकरण की नीति पर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने लिखा, “पश्चिम बंगाल में रामनवमी की शोभा यात्राओं की सुरक्षा करने में ममता बनर्जी नाकाम साबित हुई हैं। ये स्थिति भयावह है। मुर्शिदाबाद के रेजिनगर में हिंदुओं को निशाना बनाया गया जो उस क्षेत्र में अल्पसंख्यक हैं।”
Mamata Banerjee's incompetence in safeguarding Ramanavami Shobha Yatras in West Bengal is appalling. Hindus targeted in Rejinagar, Murshidabad, a minority in the area. pic.twitter.com/4ylHH3ayf2
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) April 17, 2024
इस वीडियो में कई लोग ऊँची छतों पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वो वहाँ से नीचे ईंट-पत्थर फेंक रहे हैं। नीचे शोभायात्रा में शामिल लोग हैं जिनमें चीख पुकार मची दिख रही है। वीडियो में हेलमेट पहने कुछ पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं। वो छत से पत्थर फेंक रहे उपद्रवियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि उनकी अपील का कोई भी असर हमलावरों पर होता नहीं दिख रहा है। 23 सेकेंड के इस वीडियो में नीचे खड़े लोग शोरगुल करते सुनाई दे रहे हैं।
West Bengal : BJP leader Jagannath Chattopadhyay reacts to the alleged attack on Ram Navami Shobha Yatra in Rejinagar, Murshidabad pic.twitter.com/RFJw7BvA2i
— IANS (@ians_india) April 17, 2024
भाजपा नेता जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने इस घटना पर अपना बयान जारी किया है। जगन्नाथ ने इस हमले के पीछे प्रशासनिक लापरवाही को मुख्य तौर पर जिम्मेदार बताया है। जगन्नाथ का आरोप है कि पहले से हमले की आशंका होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा के कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए थे। उन्होंने चुनाव आयोग से दोषी अधिकारी पर कार्रवाई करने की माँग की है। जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने जो वीडियो जारी किया है उसमें पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ पैरामिलिट्री के जवान भी हालात को काबू करने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट पहने जवान दुकानों के आगे खड़े हो कर किसी को रोकने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।
विश्व हिंदू परिषद ने इस घटना की जानकारी देते हुए पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाई है। उन्होंने अपने एक्स पर लिखा, “बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर में आज रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए हमले में रामभक्तों के घायल होने तथा अनेकों के गंभीर होने के समाचार आ रहे हैं। ममता बनर्जी की धमकियाँ और स्थानीय पुलिस प्रशासन व शासन का नि:सहाय होना किस बात का संकेत है?”
उन्होंने कहा, “बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती आवश्यक हो गई है ताकि हिंदुओं की रक्षा की जा सकें! अविलंब कार्रवाई व सुरक्षा जरूरी है। विश्व हिंदू परिषद घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सभी पीड़ितों के साथ खड़ी है।”
बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर आज रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए हमले में दर्जनों रामभक्तों के घायल हुए हैं जिनमें से अनेकों की स्थित गंभीर है। जिहादी बे-लगाम और उनके बीच फंसे राम भक्त संकट में हैं।
— विनोद बंसल Vinod Bansal (@vinod_bansal) April 17, 2024
लगता है ममता दीदी की राम नवमी धमकियां का जिहादियों ने पालन किया है! स्थानीय… pic.twitter.com/H8SWXI6XQq
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी पथराव की घटना में घायल लोगों की वीडियो साझा करते हुए लिखा, “बंगाल के मुर्शिदाबाद में जिहादी बे-लगाम हैं और उनके बीच में रामभक्त संकट में पड़े हैं। लगता है ममता दीदी की राम नवमी धमकियाँ का जिहादियों ने पालन किया है! स्थानीय पुलिस प्रशासन व शासन नि:सहाय व मूकदर्शक है। केंद्रीय सुरक्षा बल कमान संभाल कर शेष हिंदूओं की रक्षा करें, यह अविलंब जरूरी है।”
इस वीडियो में जुलूस के बीच बम फटते दिख रहा है। इसके अलावा तस्वीरों में किसी रामभक्त के सिर से खून आता नजर आ रहा है तो किसी के कपड़े रक्त से सने हैं। लोगों को हड़बड़ी में इधर-उधर भागते भी देखा जा सकता है।
मालूम हो कि बंगाल में रामनवमी जैसे मौकों पर हिंदुओं द्वारा शोभा यात्रा निकालना मुश्किल हो गया है। मुर्शिदाबाद में कई जगह से मिले देसी बम रिकवर किए जाने की खबरों के बीच यह घटना देखने को मिली, जहाँ रामभक्तों पर खुले में देसी बम फेंके गए और कोई कुछ नहीं कर पाया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घाटल हुए हैं। एक महिला को गंभीर चोटें आई हैं जिसे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल में भर्ती कराया दया है। बाकियों को लोकल अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बता दें पिछले साल भी बंगाल के हावड़ा में यही हाल हुआ था जिसके मद्देनजर कुछ दिन पहले ही कोलकाता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को कहा भी था कि वह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें और सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों को बोलें। इसके बाद पता चला कि रामनवमी के मौके पर राज्य में सुरक्षा के लिए कोलकाता में 5000 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं ताकि हालात नियंत्रित रह सकें लेकिन बावजूद इसके यह भयावह घटना घटी है।