Monday, November 18, 2024
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दलित लड़कियों से करते थे छेड़खानी, टोका तो मुस्लिमों ने बस्ती पर किया हमला: NSA के तहत कार्रवाई, थाना प्रभारी सस्पेंड

आरोपित ट्यूबेल पर पानी लेने के लिए जाने वाली दलित लड़कियों से छेड़खानी करते थे। 10 जून को भी छेड़खानी की घटना हुई थी। इसी बात पर विवाद हो गया। इसके बाद समुदाय विशेष के लोगों ने दलित बस्ती पर हमला कर दिया था।

आजमगढ़ जिले में दलित बस्ती पर हमले के मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती दिखाई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आरोपितों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही महराजगंज के थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।

घटना 10 जून की है। आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर आयमा गाँव में मुस्लिमों के एक समूह ने दलित बस्ती पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया था। घटना में 12 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

इस मामले में परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सीएम ने एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह को मामले में सख्ती से कार्यवाही नहीं करने पर फटकार लगाई है। इसके बाद एसपी ने महराजगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अरविंद पांडेय को निलंबित कर दिया। मामले में फरार चल रहे सात आरोपितों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

लगातार हो रही इस तरह की घटना को मद्देनजर रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश है कि अगर कही पर भी सांप्रदायिक या जातीय घटना हुई तो इंस्पेक्टर के साथ सीओ के खिलाफ कार्रवाई होगी और एसपी-एसएसपी के खिलाफ की भी जवाबदेही होगी। राज्य में ऐसी किसी भी घटना को लेकर सीएम ने पुलिस के आला-अधिकारियों से सख्ती से पेश आने को कहा है।

दैनिक जागरण के अनुसार आरोपित ट्यूबेल पर पानी लेने के लिए जाने वाली दलित लड़कियों से छेड़खानी करते थे। 10 जून को भी छेड़खानी की घटना हुई थी। इसी बात पर विवाद हो गया। इसके बाद समुदाय विशेष के लोगों ने दलित बस्ती पर हमला कर दिया।

इस दौरान लाठी-डंडों के साथ धारदार हथियारों से लैस आरोपितों ने घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों के साथ भी मारपीट की और फिर वहाँ से फरार हो गए। दो समुदाय के बीच हुए विवाद की सूचना मिलते ही महाराजगंज थाना सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुँची थी। इस मामले में पीड़ित पक्ष के विनोद की तहरीर पर पुलिस ने परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम, आरिफ, आमीर, आशीफ, अल्तमस, सुहेल के अलावा 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

इससे पहले जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के गाँव भदेठी में मंगलवार (9 जून, 2020) को शहबाज नामक लड़के का दलित बस्ती के बच्चों से बकरियाँ चराने को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद दोनों समुदाय के लोगों में दिन में कहासुनी हो गई। देर रात में मुस्लिम पक्ष के सैकड़ों लोगों ने मिलकर लाठी-डंडों से लैस दलित बस्ती में हमला बोल दिया था और कई घरों को आग के हवाले कर दिया था। इस मामले में भी सीएम योगी ने आरोपितों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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