23 साल की आयशा की मौत के बाद उसकी आखिरी वीडियो और माता-पिता से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग ने सबको झकझोर दिया है। हर कोई उसके शौहर आरिफ को सख्त से सख्त सजा दिलवाना चाहता है। ऐसे में इस केस की जाँच में जुटी पुलिस को आरिफ के ख़िलाफ़ एक महत्वपूर्ण सबूत मिला है। ये सबूत 70 मिनट की कॉल रिकॉर्डिंग है।
अहमदाबाद पुलिस ने आयशा और आरिफ के बीच हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्ड्स को एक्सेस किया। ये बातचीत आयशा ने नदी में कूदने से पहले आरिफ से की थी। इसमें आरिफ को साफ कहते सुना जा सकता है – “जाकर मर और मुझे अपने मौत की वीडियो भेज दियो” – पुलिस को ये अहम सबूत आरिफ का मोबाइल फोन बरामद होने के बाद मिला है।
गौरतलब है कि गुजरात के अहमदाबाद में आयशा ने 25 फरवरी 2021 को साबरमती नदी में कूद कर जान दी थी। बाद में उसकी आखिरी वीडियो हर जगह सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसकी जाँच पर पता चला था कि राजस्थान के जालौर के आरिफ ने न केवल उससे दहेज माँगा था बल्कि उसे प्रताड़ित भी किया था।
इसके अलावा आयशा के घरवालों ने आरोप लगाया था कि आरिफ का दूसरी लड़की से अफेयर था। वह उनकी बेटी के सामने अपनी गर्लफ्रेंड से बात करता था। एक बार वह आयशा को गर्भावस्था में मायके छोड़ गया था। इस घटना से वह इतना डिप्रेस्ड हुई कि सर्जरी के बावजूद बच्चा न बच सका।
बता दें कि पुलिस ने 1 मार्च को आरोपित आरिफ को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आगे की जाँच भी चल रही है। पुलिस पता लगा रही है कि कहीं तीसरी महिला के कारण तो आरिफ ने आयशा को दहेज आदि माँगने के लिए मजबूर नहीं किया।
यह भी पता चला है कि साल 2020 में आयशा की ओर से आरिफ के ख़िलाफ़ वतवा पुलिस थाने में दहेज का केस दर्ज कराया गया था। दोनों की शादी जुलाई 2018 में हुई थी। शादी के वक्त आयशा के पिता ने डेढ़ लाख रुपए दिए थे लेकिन कुछ माह बाद आयशा को वापस भेज दिया गया। ससुराल वालों ने आयशा से बात भी बंद कर दी। वह इस दुख को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं और खुद को मारने का फैसला किया।
आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में आयशा ने कहा था, “प्यार करते हैं आरिफ से। उसे परेशान थोड़े न करेंगे। उसे आज़ादी चाहिए, आज़ाद रहे वो। चलो, अपनी ज़िंदगी तो यहीं तक है। मैं खुश हूँ कि मैं अल्लाह से मिलूँगी। मैं उनसे पूछूँगी कि मुझसे क्या गलती हुई। अच्छे माँ-बाप मिले, दोस्त भी बहुत अच्छे मिले- फिर भी कमी कहाँ रह गई? सुकून के साथ जाना चाहती हूँ। और अल्लाह से मैं ये भी कहूँगी कि मुझे दोबारा इंसानों की शक्ल न दिखाए।”