उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में बड़ी तादाद में महिलाओं और पुरुषों का धर्म परिवर्तन कराए जाने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने ये कार्रवाई विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं से शिकायत मिलने के बाद की।
जानकारी के मुताबिक, आजमगढ़ शहर के कोतवाली हरवंशपुर इलाके में धर्मांतरण का ये काम एक मकान के भीतर अंजाम दिया जा रहा था। यहाँ बड़ी तादाद में पुरुष और महिला इकट्ठा प्रार्थना सभा के लिए थे। इन सबको ईसाई धर्म का पाठ पढ़ाया जा रहा था। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने जब ये सूचना पुलिस को दी तो पुलिस मकान में रेड मारने गई। वहाँ देखा गया कि 100 से ज्यादा लोग ईसाई पाठ में लगे थे। सबके हाथ में धार्मिक पुस्तकें थीं।
पुलिस ने फौरन अपनी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया। अब आगे इनसे बाकी की पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि पकड़े गए तीन आरोपितों में से एक नाबालिग था, इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया। जो गिरफ्तार हुए उनके नाम रौसी सुख और विजय कुमार हैं। एसपी शैलेंद्र ने कहा है कि आरोपितों से पूछताछ के बाद कार्रवाई होगी।
विश्व हिंदू परिषद के आजमगढ़ के महामंत्री गौरव रघुवंशी ने बताया, “हमारे पास धर्म परिवर्तन से जुड़ी शिकायतें काफी लंबे समय से आ रही थी जो कि पूरी तरह गैर कानूनी है। मासूम जनता को तरह-तरह के लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। हम माँग करते हैं कि इन लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में इस काम को न दोहराया जाए।”
इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों ने भी धर्म परिवर्तन के खेल की पोल पट्टी खोली है। उन्होंने कहा कि मकान में लोगों को जुटाकर ऐसे आयोजन होते रहते हैं, इसलिए उन्हीं लोगों ने ये शिकायत हिंदू संगठनों को दी थी। उनकी शिकायत के बाद पुलिस ने इस कार्यक्रम में रुकवाया।
उल्लेखनीय है कि यूपी में पहले भी धर्म परिवर्तन कराने की बहुत सी शिकायतें आती रही हैं। पिछले साल जामिया नगर से दो आरोपित पकड़े गए थे जिन्होंने मूक-बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा दिया था। आरोप था कि ये गिरोह सालाना 200-300 लोगों का धर्म परिवर्तन करवाता था।