उत्तर प्रदेश के बहराइच में सोमवार (7 अक्टूबर 2024) को इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने 14 साल के हिंदू छात्र को ‘गुस्ताख’ बताकर बवाल किया। भीड़ ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए उत्तेजक नारेबाजी की। नाबालिग के खिलाफ FIR दर्ज की गई, लेकिन उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गईं। इस भीड़ की अगुवाई कॉन्ग्रेस का नेता अब्दुल मोईद कर रहा था। हालाँकि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर किसी बड़ी घटना को होने से रोक लिया।
यह घटना बहराइच के नानपारा थाना क्षेत्र की है। यहाँ रहमत अली ने 14 वर्षीय हिंदू छात्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि छात्र ने इंस्टाग्राम पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है। इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 298, 299, 302, 352 और 353 के तहत केस दर्ज किया है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
इस आपत्तिजनक पोस्ट का तत्काल संज्ञान लेते हुए इसमें सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है तथा जल्द ही आरोपी को पुलिस हिरासत में ले लिया जाएगा। बहराइच पुलिस जनपद में शान्ति एवं सौहार्द बनाए रखने के प्रति कटिबद्ध है।
— BAHRAICH POLICE (@bahraichpolice) October 8, 2024
एक तरफ जब FIR दर्ज हो रही थी, तब इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ नानपारा के सर्राफा बाजार में जमा हो गई थी। इसमें छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल थे, जो उत्तेजक नारे लगा रहे थे। प्रशासन ने समझाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ नहीं मानी। पुलिस ने आखिरकार बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। ऑपइंडिया के पास हंगामे से जुड़े कई वीडियो मौजूद है, जिसमें इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ को उन्मादी नारेबाजी करते देखा जा सकता है।
वायरल की गईं नाबालिग आरोपित की तस्वीरें और वीडियो
इस घटना के बाद नाबालिग की पहचान, फोटो और वीडियो सार्वजनिक कर दी गईं, जबकि मामला दो नाबालिगों के बीच की बहस का था। हिन्दू छात्र के परिजनों का कहना है कि गाली-गलौज मुस्लिम छात्र की तरफ से भी हुई, पर उसने अपने कमेंट्स डिलीट कर दिए। इसके बाद भीड़ ने हिन्दू छात्र के कमेंट को वीडियो बनाकर फैलाया।
X प्लेटफॉर्म के यूजर विजय पटेल ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो से की है। विजय ने यह हरकत करने वालों पर एक्शन की माँग उठाई है। आरोपों के समर्थन में विजय ने कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं।
Hello @KanoongoPriyank sir
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) October 7, 2024
These people are leaking photos of a minor, which can cause deadly attacks on him.
Please take action against these accounts @bstvlive @iamharunkhan pic.twitter.com/ORDc6FGQlq
दोनों तरफ से दी गई गालियाँ, पर कार्रवाई एकतरफा
ऑपइंडिया ने इस घटना के बाद हिन्दू छात्र के चाचा से बात की। हमें बताया गया कि मामला लगभग 10 दिन पुराना है जब बहराइच के कालीकुंडा माता मंदिर में 2 मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का पहन कर पूजापाठ की थी। इसी बात को ले कर सोशल मीडिया पर कई लोग आपस में चर्चा कर रहे थे। घटना से पहले दोनों छात्रों के बीच में भी इसी बात को ले कर चर्चा की शुरुआत हुई थी। हिन्दू छात्र के परिजन का आरोप है कि गाली-गलौज मुस्लिम छात्र की तरफ से भी हुई लेकिन उसने बड़े दिमाग से अपने कमेंट डिलीट कर लिए।
आरोपित बनाए गए हिन्दू छात्र के चाचा ने हमें आगे बताया कि उनके भतीजे को मुस्लिम छात्र द्वारा जेल में बंद और भड़काऊ बयानबाज सलमान अज़हरी का वीडियो भी भेजा गया था। इसी के साथ भगवान राम को गाली दे कर कमेंट डिलीट कर लिया गया। बाद में हिन्दू छात्र के कमेंट का बाकायदा वीडियो बना कर स्टेट्स लगाया गया और बाकी मुस्लिमों से भी ऐसा ही करने को कहा गया। कुछ ही देर में ये वीडियो नानपारा व आसपास के इलाकों में वायरल हो गया।
हिन्दू परिवार को लगा कि मामला खत्म हो गया पर आखिरकार ये उनकी गलतफहमी साबित हुई। शुरुआत में दोपहर 11 बजे के आसपास मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग हिन्दू छात्र के घर आए। उन्होंने छात्र से माफ़ी मंगवाई और इसका वीडियो भी बनवाया। इतने के बावजूद आखिरकार रात में मुस्लिम भीड़ ने एकजुट हो कर बवाल कर दिया। इस बवाल में हिन्दू परिवार की सर्राफे की दुकान को घेर लिया गया था।
पीड़ित के मुताबिक भीड़ सिर तन से जुदा की नारेबाजी कर रही थी। उन्होंने यह भी बताया कि अगर पुलिस एक्टिव न होती तो शायद पूरी सर्राफा बाजार फूँक दी गई होती। हिन्दू छात्र के परिवार को इस बात की भी तकलीफ है उन पर तत्काल FIR कर देने वाले प्रशासन ने अभी तक उनके द्वारा दी गई तहरीर पर मुस्लिम पक्ष पर केस क्यों नहीं दर्ज किया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रशासन न सिर्फ उनकी तहरीर पर बल्कि हिंसक भीड़ पर भी केस दर्ज कर के कानूनी कार्रवाई करेगी।
सैलून वाला मोहसिन, नावेद सर्राफा और कॉन्ग्रेस नेता ने जुटाई भीड़
नाबालिग हिन्दू छात्र के परिजनों ने ऑपइंडिया को आगे बताया कि हिंसक हो चली भीड़ को जुटाने में सबसे ज्यादा हाथ उनके ही मोहल्ले में सैलून चलाने वाले मोहसिन और सर्राफा के कारोबारी नावेद का रहा। भीड़ का नेतृत्व कॉन्ग्रेस पार्टी का नेता व पूर्व चेयरमैन अब्दुल मोईद कर रहा था। इन तीनों के साथ एक मुस्लिम वकील व इन्ही के मजहब का एक सभासद भी उन्माद फ़ैलाने की कोशिश करता हुआ दिखा था। यह भीड़ जिन सर्राफे की दुकान की तरफ बढ़ना चाहती थी वो अधिकतर सोनी और रस्तोगी समाज के लोगों की है।