चीन ने दो महामारी दी। पहली- कोरोना, जिसके टीकाकरण की तैयारियाँ चल रही है। दूसरी- टिकटॉक, जिसका टीकाकरण भारत सरकार ने जून 2020 में ही कर दिया था। टिकटॉक पर बहुत कुछ परोसा गया, कभी महिलाओं पर एसिड फेंकने का वीडियो तो कभी आतंकवाद की मानसिकता का पुरजोर प्रचार। ऐसा करने वाले ‘सौभाग्य’ से कोई और नहीं बल्कि शांति प्रिय समुदाय के लोग थे। इन तमाम मोमबत्ती जैसे बाल वाले ‘मज़हबी डूड्स’ की सूची में एक नाम है फैज़ल शेख उर्फ़ फैजू का।
ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) ऑल्ट बालाजी एक टीवी सीरीज़ लेकर आने वाला है। नाम है बैंग बैंग (Bang Baang)। इसमें नज़र कौन आएगा? वही फैज़ल शेख। कंटेंट की आड़ में फूहड़ता और उन्माद फैलाने वाला नाम। फैज़ल की अपार ‘लोकप्रियता’ का अनुमान इस तथ्य के आधार पर ही लगा लीजिए कि 30 अगस्त 2020 को इस टीवी सीरीज़ का ट्रेलर/टीज़र जारी किया गया था। उसे अभी तक लगभग 7.6 लाख लोग देख चुके हैं लेकिन देखने वाले उसे पसंद करें ऐसा ज़रूरी नहीं।
वीडियो को अभी तक लगभग 1.20 लाख लोग नापसंद (dislike) कर चुके हैं और सिर्फ 42 हज़ार लोग पसंद (like) करते हैं। इससे आपके लिए समझना आसान हो गया होगा कि दर्शक उस टीवी सीरीज़ के रिलीज़ होने की कितनी बेताबी से प्रतीक्षा कर रहे हैं। रिलीज़ होने के बाद टीवी सीरीज़ कितनी बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित होने वाली है (शायद सड़क 2 की रेटिंग को भी पीछे छोड़ दे)।
इसके बावजूद फैज़ल शेख की लोकप्रियता पर संदेह बचा हो तो मज़हबी डूड के ‘यूटठूब चैनल’ पर टहल आइए। जहाँ नेटिज़न्स dislikes की संख्या को लाखों में बनाए रखने के लिए हाजिरी लगाते हैं। एक दौर था जब हर यूट्यूब क्रियेटरर्स के लिए फैज़ल शेख किसी ‘बेल आइकन’ से कम नहीं था। फैज़ल शेख की मज़हबी रचनात्मकता यहीं ख़त्म नहीं होती है।
एक वीडियो है जो गूगल से लेकर यूट्यूब तक कहीं भी खोजने पर बेहद सरलता से मिल जाता है। उस वीडियो में फैज़ल शेख और मोमबत्ती जैसे बाल वाले ‘मज़हबी डूड’ आतंकवादी मानसिकता को बढ़ावा देते हैं। दुर्भाग्य से यह वीडियो कहीं और नहीं, बल्कि चीन के तकनीकी वायरस ‘टिकटॉक’ पर साझा किया गया था।
समय-समय पर जनता बीच सड़क पर इनकी क्षणिक ‘क्रियेटिविट’ के लिए इन्हें भरपूर प्रसाद भी देती है। लेकिन इनकी पूँछ इनके बाल हैं, सीधे नहीं होते हैं। ध्यान रहे कि टिकटॉक वही मंच है जिस पर एसिड अटैक को बढ़ावा देने का वीडियो डाला गया था और डालने वाला कौन? फैज़ल सिद्दकी! जो खुद को ‘सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर’ कहता है। यही नहीं टिकटॉक पर रेप, पुलिस पर हमले, यौन शोषण, आतंकवाद और नस्लभेद को बढ़ावा देने वाले वीडियो साझा किए गए थे।
उसी टिकटॉक से स्टार बना है फैज़ल शेख, जो खुद आतंकवादी मानसिकता को बढ़ावा देता है। जनता ऐसे चेहरों को पहचानने में देर नहीं करती है शायद इसलिए इसकी आने वाली टीवी सीरीज़ पर प्यार से ज़्यादा नफ़रत है। अफ़सोस ऐसे मज़हबी डूड्स को ‘स्टार’ बनाने की कवायद चल रही है। खैर जनता कूल है समय पर क्रांति करना जानती है, जब ट्रेलर पर इतना प्यार लुटाया तो सीरीज़ पर भी नए रिकॉर्ड बनाएगी।