उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बांग्लादेशी डकैतों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई है। इसमें पुलिस ने 50,000 रुपए के ईनामी बदमाश को मार गिराया। मारा गया बदमाश गैंग का सरगना हमजा है। इस दौरान तीन सिपाही भी घायल हुए हैं। घायलों में दो क्राइम ब्रांच और एक गोमतीनगर थाने में तैनात है।
#PoliceCommissionerateLucknow@lkopolice की अन्तर्राष्ट्रीय बांग्लादेशी शातिर डकैत से मुठभेड़।
— POLICE COMMISSIONERATE LUCKNOW (@lkopolice) October 18, 2021
50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित शातिर डकैत पुलिस मुठभेड़ में ढेर।@east_dcp सर्विलांस सेल व थाना गोमतीनगर पुलिस को मिली सफलता।#Lkopolice_On_Duty#UPPolice pic.twitter.com/E2y6uiyKKY
पुलिस को मौके से एक कट्टा, पिस्टल और बैग भी मिला है। हालाँकि, इस बीच 5 डकैत गोलीबारी करते हुए बच निकले। रिपोर्ट के मुताबिक, ये गैंग पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश से उत्तर प्रदेश आया था। यहाँ पर वो लूट की वारदात को अंजाम देते थे। अक्सर ये लोग ट्रेन की पटरियों के किनारे बसे घरों को निशाना बनाते थे। इस गिरोह ने पिछले सप्ताह भी ऐसी ही एक लूट की वारदात को अंजाम दिया था। उस दौरान भी पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर लिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में विपुल खंड रेलवे ट्रैक के पास की है। लखनऊ के जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक, रविवार की देर रात 6 डकैतों को वहाँ पर घूमते हुए नोटिस किया गया था। जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस की टीम वहाँ पहुँची तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी काउंटर फायरिंग की। काफी देर तक दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक डकैत को ढेर कर दिया गया। इस बीच मुठभेड़ के दौरान डीसीपी ईस्ट टीम के हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र बहादुर, कॉन्स्टेबल और मुकेश चौधरी घायल हो गए। मृतक की जब तलाशी ली गई तो पता चला कि वो बांग्लादेश का रहने वाला हमजा है।
पुलिस अधिकारी नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए मुल्जिमों से पूछताछ करने से ये पता चला है कि हमजा ही इनके गैंग का सरगना था। वह बांग्लादेश का था। उसके पास से बांग्लादेशी मुद्रा भी मिली है। जब हमजा को गोली लगी तो बाकी डकैत वहाँ से फरार हो गए।