बांग्लादेशी महिला के गैंगरेप और उत्पीड़न के मामले में एक और आरोपी शाहबाज ने पुलिस पर हमला किया और भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बेंगलुरु पुलिस को यह सूचना मिली कि मामले का मुख्य आरोपित शाहबाज बेंगलुरु के रामपुरा क्षेत्र में रुका हुआ है। मंगलवार (01 जून) को पुलिस ने शाहबाज को पकड़ने के लिए छापामारी की। पुलिस को देखकर शाहबाज ने चाकू से हमला किया और भागने की कोशिश की।
हालाँकि, पुलिस ने आत्मरक्षा में ओपन फायर किया जिससे आरोपित को मामूली चोट पहुँची है। इससे पहले भी मामले में दो आरोपितों ने भी भागने की कोशिश की थी जिन पर मजबूरी में पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी। पुलिस 28 मई की सुबह 5 बजे सभी आरोपितों को दोबारा क्राइम सीन पर लेकर गई थी। इसी दौरान दो आरोपितों रिदॉय बाबू (25) और सागर (23) ने फरार होने का प्रयास किया। कोई अन्य विकल्प न होने के कारण पुलिस को उन पर गोली चलानी पड़ी।
दरअसल, बीते दिनों (27 मई 2021) सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग एक महिला का गैंगरेप करते दिख रहे थे। इसके बाद से पुलिस पीड़िता को भी खोजने में जुट गई थी, ताकि वो भी जाँच प्रक्रिया का हिस्सा बन सके और अपना बयान दर्ज करा सके। पीड़िता को खोजने के लिए पुलिस की एक अलग टीम भी बनाई गई थी और अंततः पीड़िता को 30 मई 2021 को केरल के कोझिकोड से ढूँढ निकाला गया था।
बता दें कि रेप पीड़िता को ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) करके भारत लाया गया था। वो भी बांग्लादेशी है। पीड़िता की वित्तीय समस्याओं के कारण उसे प्रताड़ित किया गया। यही नहीं एक महिला समेत 5 दरिंदे उसके साथ हैवानियत की सभी हदें पार करते हुए नजर आए थे।
वायरल वीडियो में सभी आरोपित अपनी करतूतों को वीडियो कॉल पर अन्य परिचितों को दिखाते हुए भी देखे गए थे। वे यहीं नहीं रुके उन्होंने वीडियो रिकॉर्ड करते समय पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में एक शराब की बोतल भी घुसा दी थी। वहीं, वीडियो में पीड़िता चिल्लाती है, “कृपया मेरे साथ ऐसा मत करो, वीडियो रिकॉर्ड मत करो।” इसके बाद आरोपितों में से एक ने पीड़िता के मुँह में कपड़ा ठूँसकर उसकी आवाज को बंद कर दिया था।
इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।