बरेली (उत्तर प्रदेश) में बहेड़ी के गाँव मकरी नवादा में जन्माष्टमी के अवसर पर झाँकी निकालने को लेकर दो सम्प्रदायों के बीच झड़प हो गई। जन्माष्टमी की झाँकी के दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने झाँकी निकालने वालों पर पथराव कर बवाल को जन्म दिया।
दो संप्रदायों के बीच हुए इस तनाव में फरसा समेत अन्य हथियारों का इस्तेमाल भी किया गया। इस दौरान हवा में बंदूकें भी लहराई गईं। इस तनाव में क़रीब 10 लोगों के घायल होने की ख़बर है। घटना की जानकारी मिलते ही तहसील के चार थानों की पुलिस घटना-स्थल पर पहुँच गई।
मौक़े पर पहुँची पुलिस ने उपद्रवियों को धमका कर उन्हें अपने-अपने घर जाने को कहा, जब जाकर हालात पर क़ाबू पाया जा सका। सभी घायलों को एम्बूलेंस से अस्पताल भेजा गया। फ़िलहाल, एसपी ग्रामीण, सीओ और एसडीएम ने भी गाँव में डेरा डाल दिया है। साथ ही क्षेत्र में भारी तनाव को देखते हुआ पीएसी की तैनाती भी कर दी गई है।
दरअसल, थाना देवरनिया क्षेत्र का गाँव मकरी नवादा में दूसरे सम्प्रदाय के लोगों की आबादी अधिक है। शुक्रवार (23 अगस्त) को लोग कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मना रहे थे। परंपरा स्वरूप दोपहर के समय कृष्ण की झाँकी (शोभायात्रा) निकाले जाने की तैयारी थी, लेकिन जुमे की नमाज़ के चलते झाँकी का समय दोपहर 3 बजे रखा गया। ख़बर के अनुसार, दोपहर 3 बजे जैसे ही शोभायात्रा में शामिल ट्रैक्टर ट्रॉली अपने अंतिम पड़ाव के तहत गाँव के होली चौराहै पर पहुँची, तो समुदाय विशेष ने उस शोभायात्रा को वहीं रोक दिया, और उन्हें वापस जाने को कहा।
इस बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दूसरे समुदाय के लोगों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव कर दिया। शोभायात्रा में शामिल लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
पुलिस अधीक्षक (देहात) संसार सिंह ने घटना-स्थल का मुआयना किया। वहाँ मौजूद लोगों से पूछताछ की। दो समुदायों के बीच इस विवाद को देखते हुए गाँव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस मामले पर एसपी (देहात) ने बताया कि जल्द ही दोषियों की पहचान कर उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।