उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। यहाँ की एक महिला ग्राम प्रधान पर एक हिन्दू लड़की को इस्लाम कबूल कराने का आरोप लगा है। पीड़िता दिल्ली की रहने वाली बताई जा रही है। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। हिन्दू संगठनों ने इस मामले की जड़ में ‘लव जिहाद’ होने का दावा किया है। वहीं एक अन्य घटनाक्रम में राजस्थान के उदयपुर में ईसाई धर्म परिवर्तन का आरोप लगा कर एक इंस्टिट्यूट के बाहर प्रदर्शन हुआ है। पुलिस इस केस में भी जाँच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला मामला बरेली जिले के थाना क्षेत्र हाफिजगंज का है। यहाँ शिवसागर नाम के ‘बजरंग दल’ पदाधिकारी ने गुरुवार (14 मार्च, 2024) को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया है कि गाँव लाडपुर उस्मानपुर निवासी इम्तियाज अंसारी दिल्ली से बहला-फुसला कर एक हिन्दू लड़की को भगा कर लाया है। गाँव में पीड़िता को इस्लाम कबूल करवाने की तैयारियों की आशंका जताई गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगा है कि गाँव की महिला प्रधान नरगिस खातून और उनके शौहर तस्लीम ने पीड़िता का फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाया है।
प्रकरण के सम्बन्ध में थाना हाफिजगंज,बरेली में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित है।
— Bareilly Police (@bareillypolice) March 16, 2024
शिकायत में आगे बताया गया है कि इम्तियाज अंसारी ने 10 मार्च, 2024 में जारी हुए इस प्रमाण पत्र में लड़की का नाम कुमकुम बानो और जाति व धर्म मुस्लिम कर दिया है। लड़की का दिल्ली वाला पता भी छिपा कर उसे लाडपुर उस्मानपुर कर दिया गया है। इन कागजातों के आधार पर पीड़िता के अन्य दस्तावेज ब्लॉक से बनवाने की शिकायत हुई है। X हैंडल पर हुई शिकायत के बाद बरेली पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।
ईसाई धर्मांतरण की साजिश के आरोप में प्रदर्शन
दूसरा मामला राजस्थान के उदयपुर जिले का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहाँ के थानाक्षेत्र सुखेर में शनिवार (16 मार्च 2024) को एक इंस्टिट्यूट के अंदर ईसाई धर्म परिवर्तन का आरोप लगा कर स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शन किया है। यह इंस्टिट्यूट पन्ना विहार इलाके में चलता है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि किराए के मकान में चलने वाले ‘द पिक्सल्स एरा’ नाम के इस इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले छात्रों को बाइबिल आदि बाँटी जाती हैं। इंस्टिट्यूट में कुछ बाहरी लोगों के भी आने-जाने की बात कही गई है। प्रदर्शनकारी यहाँ जय श्री राम के नारे लगा रहे थे।
जब स्थानीय लोग यहाँ प्रदर्शन कर रहे थे तभी इंस्टिट्यूट चलाने वाले बाहर निकल आए। उनकी प्रदर्शनकारियों से नोकझोंक भी हुई। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची। कुछ लोगों को हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है। हिरासत में लिए गए लोगों में महिलाएँ भी शामिल हैं। इंस्टिट्यूट के अंदर मिले लैपटॉप आदि की भी जाँच करवाई जा रही है। बताया जा रहा है कि अंदर कुछ ईसाई मजहब की पुस्तकें भी बरामद हुई हैं। क्षेत्रवासियों ने आरोपितों पर धर्मान्तरण को बढ़ावा देने का आरोप लगा कर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।