उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार (नवंबर 27, 2020) को ग्रूमिंग जिहाद (लव जिहाद) का मामला उजागर हुआ है। एक मुस्लिम युवक तमंचा लेकर एक शादीशुदा हिंदू लड़की के घर में घुस गया और विरोध करने पर धमकी देने लगा।
लड़के ने घर में घुसते ही लड़की को बुला कर कहा कि वह उसके बिना नहीं रह सकता और उसकी शादी तुड़वा कर उससे निकाह करके ही रहेगा। लड़की के परिवार ने यह सब देखने के बाद डर से लड़के के ख़िलाफ़ देवरिया थाने में शनिवार को मुकदमा दर्ज करवाया है।
मामला शरीफ नगर गाँव का है। लड़की के पिता ने अपनी शिकायत में पुलिस को कहा है कि उनकी बेटी इंटर कॉलेज की पढ़ाई के दौरान उवैस के संपर्क में आई थी। उवैस ने उसे अपने जाल में फँसाया और जब लड़की ने 2019 में बीए में एडमिशन लिया तो वह उसे बहलाकर अपने साथ भोपाल ले गया।
उस समय लड़की के घरवालों ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी। गाँव में एक पंचायत बैठी थी और उसमें निर्णय लिया गया कि मुकदमा दर्ज नहीं करवाया जाएगा और उवैस उनकी लड़की को वापस कर देगा।
इसके बाद उवैस लड़की को चौराहे पर छोड़ गया, लेकिन लड़की पर धर्मांतरण और निकाह के लिए लगातार दबाव बनाता रहा। धमकियों का सिलसिला बंद न होने पर लड़की के पिता ने उसकी पढ़ाई छुड़वा दी और जून में उसकी शादी कर दी।
युवती जब अपने ससुराल चली गई तो उवैस उसके घरवालों को परेशान करने लगा। कुछ दिन बाद उसने कहा कि उसने लड़की के ससुराल का पता लगा लिया है, जल्द ही वह वहाँ जाकर उसकी शादी तुड़वाएगा और फिर उससे निकाह करेगा।
उवैस की बातें सुनकर लड़की के पिता के मन में डर बैठ गया। वह बेटी को अपने घर ले आए। जब उवैस को इसकी खबर हुई तो वह तमंचा लेकर घर में आया और सबको धमकी देने लगा। अंत में परिवार ने तंग आकर शिकायत करवाई।
पुलिस ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि हाल में जो अध्याधेश (विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम’) जारी हुआ है, उसकी धारा 3 व 5 के तहत यह मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके अलावा आईपीसी की अन्य धाराएँ भी उवैस के ख़िलाफ़ लगाई गई हैं। लड़का फिलहाल फरार है और उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
यहाँ बता दें कि ‘लव जिहाद’ के ख़िलाफ़ कानून बनाए जाने के बाद ये पहला मामला बरेली में दर्ज हुआ है। इससे पहले एक केस में एक युवती ने पुलिस थाने में ताहिर हुसैन और उसके परिवार के खिलाफ मजहब छिपाकर शादी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपित को जेल भेज दिया है।