दिल्ली के बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में दोषी इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आरिज खान ने निचली अदालत के फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। आरिज खान ने अपने वकील एम.एस. खान के जरिए मौत की सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील दायर की है। दिल्ली के साकेत कोर्ट ने 2008 के बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में शामिल आतंकी आरिज खान को इसी साल मार्च में आईपीसी की धारा 186, 333, 353, 302, 307, 174A, 34 और आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया था।
उस दौरान अदालत ने कहा था कि यह साबित हो चुका है कि आरिज खान और उसके सहयोगियों ने जान-बूझ कर सरकारी कर्मचारियों को चोट पहुँचाई। अदालत ने यह भी कहा कि खान ने इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा पर गोली चलाई, जिससे उनकी जान गई। इसके साथ ही निचली अदालत ने दोषी पर 11 लाख रुपए का जुर्माना लगाते हुए आदेश दिया था कि जुर्माने की राशि में से 10 लाख रुपए मृतक शर्मा के परिवार को दिए जाएँ। इस मामले में एक आरोपित शहजाद अहमद को 2013 में सजा हुई थी, जबकि इनके 2 साथी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए थे। वहीं, एक दशक तक फरार रहने के बाद फरवरी 2018 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरिज को गिरफ्तार किया था।
साकेत कोर्ट द्वारा आरिज खान को फाँसी की सजा सुनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर कॉन्ग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का पुराना बयान शेयर किए जाने लगा था। साथ ही लोग आरिज खान के दोषी होने पर कॉन्ग्रेस नेताओं को ट्रोल करने लगे थे। दरअसल, सलमान खुर्शीद ने कहा था कि बाटला हाउस की तस्वीरें देख सोनिया गाँधी की आँखों में आँसू आ गए थे।
वहीं, पूर्व सैनिक और बीजेपी के सदस्य मेजर सुरेंद्र पुनिया ने ट्विटर पर लिखा था, ”बाटला हाउस एनकाउंटर वाले आतंकवादी आरिज खान को आज कोर्ट ने दोषी करार दे दिया। यह खबर सुनकर मैडम सोनिया जी रोई या नहीं? कोई बता सकता है क्या? जो दो आतंकवादी उस मुठभेड़ में मारे गए थे उनकी मौत पर मैडम के आँसू नहीं रूके थे यह बात उन्हीं के खास सलमान ख़ुर्शीद साहब ने कही थी।”
बाटला हाउस encounter वाले आतंकवादी आरिज खान को आज कोर्ट ने दोषी करार दे दिया …यह खबर सुनकर मैडम सोनिया जी रोई या नहीं ??
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) March 8, 2021
कोई बता सकता है क्या ?
जो दो आतंकवादी उस मुठभेड़ में मारे गये थे उनकी मौत पर मैडम के आँसू नहीं रूके थे
यह बात उन्हीं के ख़ास सलमान ख़ुर्शीद साहब ने कही थी
गौरतलब है कि 13 सितंबर 2008 को दिल्ली के करोल बाग, कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में करीब 30 लोग मारे गए थे और 133 घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने उस वक्त जाँच में पाया था कि बम ब्लास्ट को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया था। उसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि इंडियन मुजाहिदीन के पाँच आतंकी बाटला हाउस के एक फ्लैट में किराए पर रह रहे हैं।
19 सितंबर 2008 की सुबह इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा आतंकियों को पकड़ने के लिए टीम लेकर बाटला हाउस में बिल्डिंग नंबर एल-18 के फ्लैट नंबर 108 में पहुँचे। उसी वक्त आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उन्हें तीन गोलियाँ लग गईं। बाद में इलाज के दौरान उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इस दौरान दो आतंकियों को मार गिराया गया था।