भैंसा के एएसपी किरण खरे ने कहा है कि मस्जिद की दीवारों पर ‘जय श्री राम’ लिखने वाले लोगों की सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली गई है। आरोपितों में से एक की पहचान मोहम्मद अब्दुल कैफ के रूप में हुई है और दूसरा नाबालिग है।
घटना तेलंगाना के भैंसा की है। बता दें कि हाल ही में भैंसा में हिंदू समुदाय के खिलाफ दंगा भड़का था, जिसकी वजह से वहाँ पर सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया था।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली थी कि 26 मई को स्थानीय मस्जिद की दीवारों पर कुछ बदमाशों ने ‘जय श्री राम’ लिख दिया था। शिकायत के बाद, पुलिस ने तुरंत मामले की जाँच की और संबंधित सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए। इसके बाद दो संदिग्धों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
मोहम्मद अब्दुल मजीद का बेटा मोहम्मद अब्दुल कैफ 20 साल का है और नाबालिग 14 साल का है। दोनों आरोपित मस्जिद के पास के इलाके में रहते हैं। आरोपित ने कहा कि नाबालिग लड़के ने बड़े लड़के द्वारा ऐसा करने का निर्देश दिए जाने के बाद ‘जय श्री राम’ लिखा। सीसीटीवी फुटेज के अलावा लिखावट भी संदिग्ध से मेल खाती है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों भैंसा में दो धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक झड़प हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप दो घरों और नौ वाहनों को आग लगा दी गई थी। पथराव में कुछ पत्रकारों और पुलिसकर्मियों सहित 10 लोग घायल हो गए। पुलिस ने बाद में कहा था कि हिंसा दो व्यक्तियों के बीच एक बाइक दुर्घटना पर बहस के बाद हुई, जो बाद में दो धार्मिक समूहों के बीच लड़ाई में बदल गई और पूरे शहर में फैल गई।
रिपोर्ट्स में बताया गया कि कल करीब 8:30 बजे के बाद एक बाइक चालक और दूसरे समुदाय के व्यक्ति में जेलफेकार लेन (Zelfekar lane) पर बहस हुईं। जिसके बाद पूरी हिंसा भड़की। रिपोर्ट्स का कहना था कि हिंसा जुल्गीकार मस्जिद के आसपास हुई और एक बहस ने ही इसको भड़काया। बाद में जैसे ही पुलिस को पता चला सुरक्षाकर्मी फौरन घटनास्थल पर इकट्ठा हुए। इलाके में धारा 144 लगाई गई।