दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और कई राज्यों की एटीएस ने अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (AQIS) के मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। उसका मुखिया राँची के अस्पताल में काम करने वाला डॉक्टर इश्तियाक निकला है। इश्तियाक ने इस मॉड्यूल के लिए खतरनाक हथियार बिहार के लखीसराय लिए थे। वह पाकिस्तान में ट्रेंड आंतकी टंडवा निवासी फरार आतंकी अबू सूफियान के संपर्क में था।
NIA एवं अन्य टीमों ने इस मामले में राजस्थान के भिवाड़ी से 6 आतंकियों को ट्रेनिंग करते हुए पकड़ा था। इसके अलावा झारखंड के अलग-अलग हिस्सों से 8 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। एक आतंकवादी की गिरफ्तारी यूपी से की गई है। अब तक इस मॉड्यूल के 16 आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
आतंकियों का सेफ जोन बुलंदशहर
पूछताछ में एजेंसियों को पता चला कि आतंकियों कोे दूसरे चरण का प्रशिक्षण लेने के लिए भिवाड़ी भेजा गया था। ये सभी किराए के कमरे ले रखे थे और वहाँ से करीब 5 किलोमीटर दूर पहाड़ों में उन्हें फायरिंग का अभ्यास करना था। यह भी पता चला है कि ट्रेनिंग लेने वाले संदिग्ध आतंकी कुछ वर्ष पहले दिल्ली में भी रुके थे। तब डॉक्टर इश्तियाक के मॉड्यूल से इनका संपर्क नहीं हुआ था।
पूछताछ में संदिग्ध आतंकियों ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी ट्रेनिंग लेने का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बुलंदशहर आतंकियों का सेफ हाउस जैसा है। वहाँ पर उन्हें फिटनेस, कॉम्बेट फाइट के साथ हथियार बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था। वहाँ से वे राँची गए और फिर भिवाड़ी पहुँचे। संदिग्धों ने दिल्ली रूट से भिवाड़ी आने की बात कबूली है।
बिहार से मिले हथियार
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध आतंकियों ने बताया है कि भिवाड़ी पहुँचने के बाद वहाँ उन्हें कुछ मददगार भी मिले। इन मददगारों ने आतंकियों के लिए लेबर कॉलोनी में किराए के कमरे का इंतजाम किया था। इनके लिए दो कमरे 10 अगस्त 2024 को ही बुक हो चुके थे। अब एजेंसियाँ इन सब की जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही हथियारों की सप्लाई करने वालों का भी पता लगा रही है।
भिवाड़ी में रेड के दौरान एजेंसियों ने संदिग्ध आतंकियों के साथ-साथ हथियार भी बरामद किए थे। ये हथियार उन्हें बिहार के लखीसराय से मिले थे। डॉक्टर इश्तियाक ने ये हथियार खरीदे थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जब भिवाड़ी इलाके में छापा मारा तो संदिग्ध आतंकी लोहरदगा निवासी अल्ताफ से यह हथियार बरामद हुए। छापेमारी में मिली एक कार्बाइन 40 हजार रुपए में खरीदी गई थी।
चतरा का फरार आतंकी सूफियान से संपर्क
यह भी पता चला है कि डॉक्टर इश्तियाक का झारखंड के चतरा जिले के टंडवा निवासी फरार आतंकी अबू सूफियान से संपर्क था। सूफियान ने पाक अधिकृत कश्मीर के कैंपों में ट्रेनिंग ली है। उसी ने इश्तियाक को अलकायदा का झारखंड मॉड्यूल खड़ा करने वाले ओडिशा निवासी आतंकी अब्दुल रहमान कटकी से मिलवाया था। अबू सूफियान अभी तक पकड़ा नहीं गया है, जबकि आतंकी कटकी पकड़ा चुका है।
जाँच एजेंसियों को पता चला है कि आतंकी अबू सूफियान साल 2016 से ही सक्रिय है। इसके बावजूद वह अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। कहा जाता है कि ट्रेनिंग के बाद वह पाकिस्तान में है। यह भी कहा जाता है कि वह भारत में कहीं अंडरग्राउंड होकर काम कर रहा है। वह AQIS का टॉप नेता है। बंगाल और केरल की तर्ज पर ही अलकायदा झारखंड मॉड्यूल खड़ा करना चाह रहा था।
डॉक्टर इश्तियाक ने की थी खिलाफत की तैयारी
अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (AQIS) के इस मॉड्यूल का नेतृत्व डॉक्टर इश्तियाक कर रहा था। उसने इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था। डॉ. इश्तियाक राँची के प्रतिष्ठित मेडिका अस्पताल में सेवा दे रहा था। हालाँकि एटीएस की कार्रवाई के बाद 22 अगस्त को ही मेडिका के मैनेजमेंट ने डॉ. इश्तियाक अहमद को टर्मिनेट कर दिया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से मिले इनपुट पर झारखंड एटीएस ने रांची के बरियातू जोड़ा तालाब के अल हसन रेसीडेंसी में दबिश देकर डॉक्टर इश्तियाक को गिरफ्तार किया, इसके बाद उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन की जाँच की। जाँच में कई संदिग्ध चीजें मिलने के बाद एटीएस उसे गुप्त ठिकाने पर ले गई, जहाँ पूछताछ कर यूपी, राजस्थान समेत अन्य शहरों में गतिविधि की जानकारी उससे जुटाई गई।
भिवाड़ी में मौके से पुलिस ने एके 47 राइफल, प्वाइंट 38 बोर की रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस , .32 बोर की 30 जिंदा कारतूस, एके 47 की 30 कारतूस, डमी इंसास, एयर राइफल, आयरन एल्बो पाइप, हैंड ग्रेनेड समेत अन्य चीजें जब्त की हैं। खास बात ये है कि राजस्थान के भिवाड़ी से गिरफ्तार किए गए 6 आतंकी भी झारखंड के ही निकले हैं।
डॉ इश्तियाक के बारे में जानिए
- डॉक्टर इश्तियाक पेशे से रेडियोलॉजिस्ट है, जिसने राँची के RIMS से मेडिकल की पढ़ाई की
- मेडिका अस्पताल में 3 साल तक फुल टाइम कर चुका है काम
- बीते 3 साल से पार्ट टाइम दे रहा था मेडिका अस्पताल में सेवा
- हजारीबाग में भी क्लीनिक चलाता है इश्तियाक
- भारत को इस्लामिक देश बनाने की कर रहा था कोशिश
झारखंड से इन आतंकियों की गिरफ्तारी
झारखंड एटीएस की टीम ने 22 अगस्त 2024 लोहरदगा में कुडू के हेंजला कौवाखाप गाँव अल्ताफ उर्फ इल्ताफ की तलाश में पहुँची थी। उसके घर से दो हथियार और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। इसके साथ ही राँची के चान्हों इलाके में एटीएस की टीम ने कई जगहों पर दबिश दी। एटीएस ने चान्हों के बलसोकरा के मोहम्मद मोदब्बीर, रिजवान, चटवल के मुफ़्ती रहमतुल्लाह मजहिरी और पिपराटोली के मतिउर रहमान को हिरासत में लिया था।
एटीएस की टीम ने एक साथ चान्हों के बलसोकरा, चटवल, पिपराटोली के अलावा पकरियो गाँव के एनामुल अंसारी, शहबाज अंसारी तथा शहबाज अंसारी के घर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान मोहम्मद मोदब्बिर, मोहम्मद रिजवान, मुफ़्ती व मतीउर रहमान को उनके घर से और मुफ्ती रहमतुल्लाह को एटीएस ने उसके मदरसा से हिरासत में लिया। इस दौरान पकरियो में छापेमारी में एनामुल अंसारी और शहबाज घर में नहीं मिले। परिजनों की ओर से बताया गया कि जेयारत अंसारी का बेटा शहबाज परीक्षा के लिए दिल्ली गया हुआ है, जबकि शहबाज और एनामुल अंसारी तबलीगी जमात में गए हुए हैं।