मध्य प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स ने एक गैंग का पर्दाफाश किया है। ये गैंग अब तक 50 से अधिक महिलाओं को एम्स में नौकरी दिलवाने के बहाने ठग चुका है। जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में पुलिस को एक शिकायत मिली। इस शिकायत में था कि कुछ लोग मिलकर महिलाओं को नर्स की नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे हड़प रहे हैं। बाद में ये मामला एसटीएफ को सौंपा गया।
जाँच हुई तो पता चला कि यह एक गैंग है, जिसके लीडर का नाम दिलशाद खान है और वह जबलपुर का निवासी है। जबकि उसका साथी आलोक कुमार भोपाल का रहने वाला है।
Gang leader Dilshad Khan has 5 wives.#Bhopalhttps://t.co/HETQiox8RR
— India Today (@IndiaToday) October 17, 2019
मीडिया से बातचीत में स्पेशल टास्क फोर्स के ADG अशोक अवस्थी ने बताया, “ये गैंग अब तक 50 से ज्यादा महिलाओं को AIIMS में बतौर नौकरी दिलाने का झाँसा दे चुका है।” जाँच में खुलासा हुआ है कि गैंग लीडर दिलशाद खान की पाँच बीवियाँ हैं और उसने उनके भारी खर्चें उठाने के लिए ही लोगों को छलना शुरू किया।
खान ने पूछताछ में बताया कि उसकी एक बीवी जबलपुर में एक प्राइवेट क्लिनिक चलाती है, जबकि दूसरे आरोपित आलोक कुमार की पत्नी सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में सुप्रीटेंडेंट हैं। हालाँकि इन दोनों महिलाओं का अभी तक इस केस से कोई सीधा संबंध है या नहीं, इसका पता नहीं चला है। लेकिन फिर भी उनसे इस मामले के संबंध में पूछताछ करने की संभावना है।
एसटीएफ के अनुसार, ये गैंग उन पढ़ी लिखी महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे, जिन्हें नौकरी की जरूरत होती थी। अब फिलहाल पुलिस गाँव और शहरों में उन महिलाओं को ढूँढने के लिए प्रयासरत हैं, जिन्हें इस गैंग ने बेवकूफ बनाया।