काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के उर्दू विभाग में उर्दू दिवस के अवसर पर 9 नवंबर, 2021 को आयोजित एकदिवसीय बेबिनार के लिए बनाए गए पोस्टर ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है। परंपरा के अनुसार, बीएचयू के सभी कार्यक्रमों में संस्थापक भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय की तस्वीर होती है और कोई भी समारोह उनके माल्यार्पण और कुलगीत के गायन से ही शुरू होता है। लेकिन कला संकाय के उर्दू विभाग के सेमिनार के पोस्टर पर महामना की तस्वीर के जगह पर पाकिस्तान के निर्माण में योगदान देने और कसीदे पढ़ने वाले अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगा दी गई।
ऑपइंडिया से बात करते हुए कला संकाय के छात्रों ने बताया, “जैसे ही हमें जानकारी मिली हमने कला संकाय प्रमुख डीन प्रो. विजय बहादुर सिंह से मिलकर विरोध दर्ज कराया। उर्दू विभाग में उर्दू दिवस के आयोजन के आरंभ में बीएचयू का कुलगीत भी नहीं गाया गया। जबकि नियमानुसार हर कार्यक्रम के शुरुआत में विश्वविद्यालय के कुल गीत का गायन अनिवार्य है।”
महामना की तस्वीर हटाकर उर्दू विभाग के प्रोफेसरों द्वारा भारत-पाकिस्तान द्वि-राष्ट्र के समर्थक अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगाने के रवैए को छात्रों ने बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से दोषी लोगों पर तुरंत कार्रवाई की माँग की है, नहीं तो आंदोलन का रास्ता अपनाने की बात कही है।
बता दें कि इस मामले पर नजर पड़ते ही सामाजिक विज्ञान संकाय के शोध छात्र पतंजलि पांडेय और गुंजेश गौतम झा, आशीर्वाद दुबे और शुभम मिश्रा समेत बड़ी संख्या में छात्रों ने कला संकाय में जुटकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने डीन प्रो. विजय बहादुर सिंह को शिकायत पत्र देते हुए तत्काल कार्रवाई की माँग की।
वहीं छात्रों के विरोध और आंदोलन पर जाने को मद्देनजर रखते हुए उर्दू विभाग के पोस्टर पर मालवीय जी की तस्वीर हटाकर अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगाए जाने पर डीन प्रोफेसर विजय बहादुर ने माफी माँगी है। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से कहा है कि मामले की जाँच कराने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डीन ने कला संकाय के हैंडल से ट्वीट भी किया, “BHU कला संकाय का उर्दू विभाग पोस्टर में दिए गए विवरण के अनुसार एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए पहले के पोस्टर में अनजाने में हुई गलती के लिए ईमानदारी से माफी।”
Urdu Department, Faculty of Arts, #BHU, is organizing a webinar as per the details given in the poster. Sincerest apologies for the inadvertent mistake in the earlier poster that went viral on social media.@bhupro @VCofficeBHU pic.twitter.com/loGvXe99IU
— Dean_Arts_BHU (@ArtsBhu) November 8, 2021
गौरतलब है कि मामले में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखते हुए बाद में पोस्टर की गलती को दुरुस्त कर लिया गया है। ऑपइंडिया ने उर्दू विभाग के HOD आफताब अहमद से भी उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।