बिहार विधानसभा में वैशाली में बलिदानी सैनिक जयकिशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह के साथ पुलिस की बदसलूकी का मामला गूंजा। मुद्दे को लेकर विधानसभा में भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन किया और सदन से वॉक आउट कर गए। तेजस्वी यादव ने भी शहीद के परिवार को दोषी ठहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा है कि परिवार के लोग बलिदानी की मूर्ति दलित की जमीन पर लगाना चाहते थे। तेजस्वी ने राजकपूर सिंह की गिरफ्तारी पर कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। उधर बिहार के डीजीपी ने बलिदानी के पिता के साथ हुए गलत व्यवहार की जाँच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी है।
वैशाली के जंदाहा थाना इलाके के चकफतेहा गाँव में बलिदानी के पिता के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायकों ने बलिदानी के पिता की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने वेल में पहुँचकर बिहार सरकार शर्म करो के नारे लगाए। पूरे मामले को लेकर तेजस्वी यादव ने बलिदानी के पिता को ही दोषी ठहराने की कोशिश की।
तेजस्वी यादव ने कहा कि परिवार वाले चाहते थे कि बलिदानी का स्मारक बने लेकिन वे जमीन देने के लिए तैयार नहीं थे। उनका दावा है कि परिवार वाले बगल के दलित की जमीन पर स्मारक बनाना चाहते थे। साथ ही पूछा कि यह कैसे मुमकिन हो सकता था? उन्होंने कहा कि जहाँ तक बलिदानी के पिता की गिरफ्तारी की बात है उसकी जाँच पुलिस कर रही है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने गलवान में बलिदान हुए वैशाली के जवान के पिता को जेल भेजे जाने पर आपत्ति जताई और सरकार पर सैनिकों व बलिदानियों के अपमान का आरोप लगाया। भाजपा नेता विरोध जताते हुए विधानसभा से वॉकआउट कर गए।
गलवान घाटी की घटना में शहीद सैनिक के पिता की गिरफ्तारी के क्रम में दुर्व्यहवार की ख़बरें कतिपय मीडिया चैनलों में प्रसारित/ प्रकाशित होने पर पुलिस महानिदेशक,बिहार के द्वारा इसे गंभीरता से लिया गया |(1/3)#BiharPolice @BiharHomeDept @IPRD_Bihar
— Bihar Police (@bihar_police) March 1, 2023
उधर बिहार पुलिस के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने मामले की जाँच के लिए सीआईडी की टीम को जिम्मेदारी सौंपी है। पुलिस मुख्यालय की तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया है कि इस पूरे प्रकरण की जाँच अपराध अनुसंधान विभाग (CID) के की टीम करेगी। बिहार के पुलिस महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी का कहना है कि जाँच में दोषी पाए जाने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
इस पुरे मामले में यदि कोई पुलिस पदाधिकारी अथवा कर्मी दोषी पाया जायेगा तो उसके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। (3/3)
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बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने गलवान के बलिदानी के पिता को अपमानित किए जाने पर खेद जताया है। हालाँकि, उन्होंने बलिदानी के पिता के साथ गलत व्यवहार करने वाले पुलिस के जवानों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला।
जेडी ओके भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बलवान घाटी में शहीद के परिवारों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर जताया खेद। मगर कार्यवाही के नाम पर फुल मौन?#jdu #Bihar @Jduonline @NavbharatTimes pic.twitter.com/DMRNAMtjOb
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क्या है पूरा मामला?
वैशाली जिले के जंदाहा थाना क्षेत्र में चकफतेहा गाँव निवासी राजकपूर सिंह अपने बलिदानी बेटे के लिए स्मारक बनवा रहे थे। जिस जमीन पर स्मारक बनवाया जा रहा है उसे लेकर विवाद चल रहा है। जमीन के बगल में हरिनाथ राम नाम के शख्स की जमीन है। हरिनाथ राम का आरोप है कि उसकी जमीन के बगल में स्थित सरकारी जमीन पर बिना सरकार के इजाजत के स्मारक बनवाया जा रहा है। हरिनाथ ने आरोप तब लगाया जब राजकपूर ने स्मारक को घेरने के लिए चारों तरफ दीवार खड़ी की।
हरिनाथ राम ने बलिदानी के पिता पर जमीन पर अवैध कब्जे समेत एससी एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज करा दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी विश्वनाथ राम राजकपूर को गिरफ्तार करने पहुँचे। आरोप है कि उन्होंने बलिदानी के पिता का न सिर्फ अपमान किया बल्कि उन्हें मारते-पीटते घसीटकर जीप में बैठाया।
बलिदानी के पिता के अपमान की खबर इलाके में फैलते ही बजरंग दल और दूसरे संगठनों से जुड़े लोग व परिवार के परिजन मौके पर जमा हुए और थाना प्रभारी पर हरिनाथ राम के पक्ष में कार्रवाई करने का आरोप लगाया। लोगों का आरोप है कि थाना प्रभारी विश्वनाथ राम और हरिनाथ राम की बिरादरी के होने के कारण उनके पक्ष में कार्रवाई कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई का वीडियो भी बनाया गया है। लोग थाना प्रभारी के इस्तीफे की माँग कर रहे हैं।