तबलीगी जमातियों की नर्सों के साथ बद्तमीजी और अभद्र व्यवहार का ताजा मामला बिहार के सहरसा से आया है। मिली जानकारी के अनुसार सहरसा के सदर अस्पताल में तबलीगी जमात के तीन लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदेह में आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था। आरोपों के मुताबिक आइसोलेशन सेंटर में भर्ती इन जमातियों ने नर्स के साथ बदतमीजी की, उसकी फोटो खींच वायरल करने की धमकी दी।
जानकारी के अनुसार नर्सों ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि जब भी वे आइसोलेशन केंद्र में काम करने जातीं हैं तो उनका वीडियो बनाया जाता है। इसके साथ-साथ अस्पताल प्रशासन ने तबलीगी जमात के इन जमातियों पर गंदगी फैलाने का आरोप भी लगाया है। पीड़ित नर्स ने अपनी शिकायत में कहा है कि ड्यूटी के दौरान ये संदिग्ध मरीज उन पर अश्लील फब्तियाँ भी कसते हैं। इसके अलावे खाने में मनपसंद भोजन की डिमांड करते हैं। जब ये लोग नर्सों का वीडियो बनाने लगे तो वो सभी केंद्र से बाहर निकल गए।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जमातियों का ये खेल लगभग एक घंटे तक चलता रहा। जिसके बाद नर्सों की शिकायत पर एक्शन लेते हुए अस्पताल प्रबंधन ने इस वाकये की जानकारी जिला प्रशासन व पुलिस को दी। जिस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए जिला एसपी ने एसडीओ के साथ एक पुलिस टीम आइसोलेशन केंद्र भेजी, जहाँ पुलिस को देखते ही जमातियों ने नमाज पढ़ने का नाटक शुरू कर दिया।
मामले की जाँच करने के बाद पुलिस ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती तबलीगी जमात के आरोपितों के मोबाइल जब्त कर लिए तथा दोबारा ऐसा करने पर घर न भेज जेल में डालने की धमकी दी। अस्पताल प्रबंधक अमित कुमार चंचल ने बताया कि आरोपितों की कोरोना संक्रमण की जाँच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बुधवार को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
याद रहे कि जमातियों के उत्पात और मेडिकल स्टाफ खासकर नर्सों के साथ अश्लील हरकतें करने की ये खबरें केवल बिहार के सहरसा से ही नहीं आ रहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसके पहले गाजियाबाद में भी नर्सों ने आरोप लगाया था कि जमाती उनके सामने कपड़े उतार कर घूमते हैं। वहीं इन पर असभ्य जाहिल और वहशी होने का आरोप कानपुर मेडिकल कॉलेज ने भी लगाया था, जहाँ भर्ती जमातियों पर आरोप था कि वे हाथों में थूक लेकर आइसोलेशन केंद्र की दीवारों, रेलिंग आदि पर चिपका रहे हैं। अभी हाल में ही दिल्ली के आइसोलेशन केंद्र में भर्ती इन जमातियों पर जहालत के आरोप लगे हैं, जिनके अनुसार वो बोतल में पेशाब भरकर उसे बाहर फेंक रहे हैं।
एक तरफ देश कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, दूसरी तरफ हमारे मेडिकल स्टाफ और पुलिस को इन उत्पाती तबलीगी जमातियों से भी निपटना पड़ रहा है। पहले तो पुलिस को इनका पता लगाने में, समाज के लिए दुश्मन बन गए इन लोगों को खोज-खोज जाँच करवाने और क्वारंटीन करने में मशक्क्त करनी पड़ी, अब अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटर्स पर जारी इनके उपद्रव और बदसलूकी को भी नियंत्रित करने में पसीना बहाना पड़ रहा है।