बिहार के भोजपुर में जिला पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस को पता चला है कि इसमें नाबालिग लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जाता था। इन लड़कियों को उच्च अधिकारियों से लेकर इंजीनियरों के पास तक पहुँचाया जाता था। खबरों के मुताबिक इस मामले में फिलहाल एक महिला और एक पुरूष को गिरफ्तार किया गया है जबकि महिला का जीजा अभी फरार है।
आरोपितों की पहचान भोजपुर निवासी अनीता देवी और संजीत कुमार के तौर पर हुई है। पुलिस इन से सख्ती से पूछताछ कर रही है। दोनों की निशानदेही पर तीन संभावित इलाकों में छापेमारी भी हुई है। इन जगहों से पुलिस कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
खबरों की मानें तो इस मामले में गिरफ्तार महिला अनीता ने भोजपुर जिले के एक विधायक से संबंध होने की भी बात बताई है। उसका कहना है कि वह अक्सर एक विधायक के पास जाती थी। जिसके बाद से उस विधायक के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रभात खबर की रिपोर्ट के मुताबिक हो सकता है विधायक का पता लगाने के लिए पुलिस नाबालिग बच्ची से विधायक के फ्लैट का सत्यापन करवाए।
दिलेर है नाबालिग लड़की
गौरतलब है कि एक 12 वर्षीय किशोरी की शिकायत पर ये मामला सुर्खियों में आया है। इस नाबालिग लड़की को एक महीने पहले नगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले में रहने वाली लाली नाम की महिला ने अनीता देवी के पास पहुँचाया था। दरअसल, भोजपुर की ये किशोरी पटना से किसी तरह भागकर जब अपने घर पहुँची तो बच्ची के परिजनों ने मामले को पुलिस में दर्ज करवाया।
पीड़ित बच्ची ने बताया कि पटना में उससे एवं अन्य लड़कियों को देह व्यापार का धंधा करवाने के लिए विधायक एवं इंजीनियर समेत अन्य वीआईपी के यहाँ पर भेजा जाता था, जिसके बदले उन्हें बहुत कम पैसे मिलते थे। इतना ही नहीं, बच्ची ने ये भी बताया कि आरोपित महिला इन किशोरियों को डिमांड के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखनऊ एवं दिल्ली भी लेकर जाती थी। यहाँ उनके साथ जबरन देह-व्यापार कराया जाता था। लड़की का कहना है कि इस पूरे मामले में करीब 10-12 लड़कियों से ऐसा करवाया जाता था।
गुमनाम विधायक आखिर कौन?
अनीता ने पूछताछ में ये भी बताया कि वह पटना में संजय पासवान उर्फ पंडित उर्फ जीजा के कहने पर लड़कियों को गलत काम के लिए भेजती थी। अनीता के मुताबिक उससे खुद भी देह व्यापार का धंधा करवाया जाता था। धंधे में लिप्त लड़कियों को पटना के रामलखन पथ स्थित भोजपुर कॉलनी में रखा जाता था। यहीं से संजय पासवास इन लड़कियों को आला अफसरों के पास भेजता था। अनीता के मुताबिक एक महीने के भीतर उसने नाबालिग बच्ची को आरा के इंजीनियर के पास और विधायक के फ्लैट पर भेजा था।
मामले को पुलिस ने देह व्यापार अधिनियम, दुष्कर्म एवं पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही संजय पासवास और लाली की खोज में जुटी है पुलिस। हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक भोजपुर के एसपी सुशील कुमार ने बताया कि किशोरी ने किसी विधायक का नाम नहीं लिया है। सिर्फ एक विधायक के पास भेजे जाने की बात कही है। इसके अलावा नगर थाना के अवर निरीक्षक विजय कुमार ने सोमवार को बताया कि पीड़ित किशोरी (12) का स्थानीय अदालत में न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान रिकार्ड किया गया है।