Sunday, September 8, 2024
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मेरे बेटे को जेल तो CM स्टालिन के बेटे को क्यों नहीं: मनीष कश्यप की माँ ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी, कहा- उदयनिधि पर भी लगे NSA

मधु देवी ने कहा कि तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों के साथ जो घटना हुई थी, उसकी जाँच सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित स्वतंत्र कमिटी द्वारा कराई जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि को भी वही सजा दी जाएगी, जो भारत के एक आम नागरिक द्वारा गलती करने पर कोर्ट द्वारा उसे दी जाती है।

तमिलनाडु में यूपी-बिहार के आप्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठाने के कारण वहाँ के स्टालिन सरकार के निशाने पर आए यूट्यूबर मनीष कश्यप की माँ ने राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी है। तमिलनाडु के साथ ही बिहार सरकार ने मनीष कश्यप पर NSA लगाकर जेल में डाल दिया है। कश्यप की माँ ने अपनी चिट्ठी में स्टालिन सरकार और उदयनिधि के बयान को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

मनीष कश्यप की माँ मधु देवी ने बुधवार 6 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखकर तमिलनाडु पुलिस द्वारा उनके बेटे के खिलाफ कथित तौर पर दो राज्यों के बीच तनाव पैदा करने के लिए लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) पर सवाल उठाए। वहीं, उन्होंने डीएमके नेता और राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा ‘सनातन धर्म के उन्मूलन’ की बात करने पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए और भी बड़ा खतरा बताया।

पत्र में मनीष कश्यप की माँ मधु देवी ने कहा कि उनके बेटे ने अपने यूट्यूब वीडियो के माध्यम से तमिलनाडु में कुछ बिहारी मजदूरों के साथ कथित दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया था। हालाँकि, तमिलनाडु पुलिस ने इसे झूठा पाया और छह अलग-अलग मामले दर्ज किए। उनके बेटे के खिलाफ सख्त एनएसए लगाने के अलावा एफआईआर भी दर्ज की गई।

इसके अलावा, पत्र में उल्लेख किया गया है कि विचाराधीन वीडियो इस साल 15 फरवरी से तमिलनाडु से प्रसारित किया जा रहा था, केवल यह जोड़ा गया कि देश के प्रिंट मीडिया ने 21 फरवरी के बाद इसके बारे में समाचार लेख प्रकाशित किए। इसके बाद, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी इस मुद्दे को उठाया और अंततः राजनेताओं ने इस खबर पर टिप्पणी की।

मधु देवी ने कहा कि तमिलनाडु और बिहार सरकार ने मनीष कश्यप को फँसाने की साजिश रची, जबकि उनका ‘विवादास्पद’ वीडियो मार्च में सामने आया था। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने भी मार्च में बिहारी प्रवासी मजदूरों की खबर पर एक वीडियो बनाया और बिहार सरकार से सवाल किया कि बिहारी मजदूरों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जाता है, लेकिन बिहार सरकार और तमिलनाडु सरकार ने मिलकर सख्त एनएसए लागू कर दिया।” पत्र में लिखा है।

मनीष कश्यप की माँ द्वारा लिखी गई चिट्ठी (साभार: सच तक)

उन्होंने पत्र में आगे कहा, “अगर मेरे बेटे की वजह से दो राज्यों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हुई तो एक मुख्यमंत्री का बेटा, जो तमिलनाडु में मंत्री भी है, उस उदयनिधि स्टालिन के बयान पर तो पूरे देश में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी, फिर भी उन्हें NSA में गिरफ्तार करके जेल में क्यों नहीं डाला जा रहा है? अगर संविधान सबके लिए बराबर है तो तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे पर भी NSA लगाई जाए।”

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों के साथ जो घटना हुई थी, उसकी जाँच सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित स्वतंत्र कमिटी द्वारा कराई जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि को भी वही सजा दी जाएगी, जो भारत के एक आम नागरिक द्वारा गलती करने पर कोर्ट द्वारा उसे दी जाती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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