Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजजिस उदयपुर में कन्हैया लाल का गला रेता, वहाँ अब BJP वर्कर का सिर...

जिस उदयपुर में कन्हैया लाल का गला रेता, वहाँ अब BJP वर्कर का सिर पत्थर से कुचला: दिनभर चुनाव में लगे थे, सुबह शव मिला

दिनभर पार्टी की तरफ से मतदान की प्रक्रिया में व्यस्त रहे कांतिलाल का शव 26 नवंबर की सुबह बेटे को सड़क पर मिला। घर जाने के दौरान रास्ते में अज्ञात हमलावरों ने उनकी हत्या कर दी। सर को पत्थरों से कुचल दिया। शव को पहचानना भी मुश्किल था।

राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल का इस्लामी कट्टरपंथियों ने गला रेत दिया था। इस बार विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा था। अब इसी उदयपुर से एक बीजेपी कार्यकर्ता की निर्मम हत्या की खबर आई है। उनकी हत्या 25 नवंबर 2023 को हुई। इसी दिन विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे।

रिपोर्टों के अनुसार बीजेपी वर्कर कांतिलाल की हत्या के बाद पत्थर से सिर कुचल दिया गया था। उदयपुर की झाड़ोल विधानसभा के फलासिया थाना क्षेत्र में 45 वर्षीय इस बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की गई। वे मतदान के बाद अपने छोटे भाई मुकेश के घर गए हुए थे। उसके बाद रात के करीब 9 बजे अपने घर जाने के लिए निकले थे।

दिनभर पार्टी की तरफ से मतदान की प्रक्रिया में व्यस्त रहे कांतिलाल का शव 26 नवंबर की सुबह बेटे को सड़क पर मिला। घर जाने के दौरान रास्ते में अज्ञात हमलावरों ने उनकी हत्या कर दी। सर को पत्थरों से कुचल दिया। उनका चेहरा काफी चोटिल था और शव को पहचानना भी मुश्किल था।

कांतिलाल मतदान के दिन मतदाताओं को उनके घर से लाकर मत डलवा रहे थे। लेकिन मतदान का समय खत्म होने के बाद भी जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू हुई। कांतिलाल के बेटे सुनील ने कपड़ों से उनकी पहचान की। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।

इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिस विधानसभा क्षेत्र में यह घटना हुई है, वहाँ वर्तमान में भाजपा के बाबूलाल खराड़ी विधायक हैं। वह इस विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी हैं। कांतिलाल उनके लिए ही काम कर रहे थे। मृतक का एक पुत्र गुजरात के अहमदाबाद में काम करता है।

बाबूलाल खराड़ी ने इस हत्या पर दुःख जताते हुए कहा है कि प्रशासन को इस मामले की जाँच करनी चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने इस हत्या को दुखद और लोकतंत्र लिए डरावना बताया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -