रेल यात्रा को सहज और सुगम बनाने की दिशा में प्रशासन की ओर से लगभग हर संभव प्रयास किया जाने लगा है। इस प्रयास में हर वो सुविधा शामिल की जाती है, जिससे रेल यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधाजनक स्थिति का सामना न करना पड़े। लेकिन अगर किसी यात्री के समक्ष ऐसी कोई असुविधा या आपत्तिजनक स्थिति आ भी जाती है तो उसका तुरंत निवारण करना प्रशासन की प्राथमिकता होती है और यह किया भी जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है, जहाँ एक महिला पैसेंजर को कुछ मनचले परेशान कर रहे थे। इस पर उस महिला ने अपने भाई से संपर्क साधा और अपनी परेशानी उनसे साझा की। भाई मौक़े पर तो वहाँ मौजूद नहीं था लेकिन उन्होंने ट्विटर के माध्यम से इस घटना की जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल, इंडियन रेलवे और एसपी जीआरपी को टैग करते हुए दे दी। भाई द्वारा की गई मदद की ये गुहार फौरी तौर पर रंग लाई और महिला पैंसेजर को परेशान करना मनचलों पर भारी पड़ गया।
महिला पैसेंजर के भाई के ट्वीट पर एसपी जीआरपी आगरा ने रिप्लाई किया और उनसे उनका मोबाइल नंबर माँगा। इसके बाद तत्काल प्रभाव से उस गाड़ी की लोकेशन देखकर कार्रवाई के लिए प्रभारी निरीक्षक आगरा कैंट विजय कुमार को बताया गया। प्रभारी निरीक्षक ने सूचना पाकर तुरंत मामले को गंभीरता से लिया और मौके पर पहुँचकर आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार, यह घटना 12 मार्च 2019 की है। महिला पैसेंजर के भाई ने अपने ट्वीट में लिखा, “सर मेरी बहन को मदद की ज़रूरत है वह 22415 नंबर ट्रेन में यात्रा कर रही है। उसके पास वाली सीटों पर 6 लोग बैठे हैं और उन्होंने शराब भी पी रखी है, नशे की हालत में वो लोग उससे ग़लत हरक़त कर रहे हैं। इस वजह से वो ख़ुद को असहज महसूस कर रही है। कृपया करके उसकी मदद करें।”
प्रशासन द्वारा यदि इस मामले को गंभीरता से न लिया गया होता तो यह रेल यात्रा उस महिला के लिए एक भयानक याद बन जाती। प्रशासन द्वारा की गई इस तरह की कार्रवाई निश्चित तौर पर महिला वर्ग को भी निश्चिंत व सुरक्षित यात्रा करने का सुखद एहसास दिलाने में कारगर साबित होगा।