चंडीगढ़ के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 70 छात्राओं की एडिट कर के अश्लील तस्वीरें वायरल होने की खबर सामने आई है। तस्वीरों को एडिट करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीकि का इस्तेमाल किया गया है। इन तस्वीरों को स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया गया है। पुलिस ने मामले का संज्ञान ले कर केस दर्ज कर लिया है। घटना मंगलवार (10 अक्टूबर, 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला चंडीगढ़ के सेक्टर 11 थानाक्षेत्र का है। कुछ दिन पहले यहाँ के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा के पिता ने अपनी बेटी की आपत्तिजनक तस्वीर स्नैपचैट पर देखी। जब लड़की के पिता ने और तलाश की तब उसी स्कूल की लगभग 70 लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें स्नैपचैट पर अपलोड की गईं थी। तस्वीरों को स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया गया था। इन तस्वीरों को अश्लील बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का सहारा लिया गया था।
धीरे-धीरे ये जानकारी सभी अभिभावकों तक पहुँच गई। सबने मिल कर सबसे पहले इस मामले की शिकायत स्कूल प्रशासन से की। हालाँकि इस शिकायत के बावजूद स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अपुष्ट तौर पर इस घटना में स्कूल के ही एक कक्षा 12 में पढ़ने वाले छात्र की संलिप्तता बताई जा रही है। आख़िरकार मामला पुलिस तक पहुँचा। पुलिस ने फ़ौरन केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी। फ़िलहाल इस मामले में केस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज हुआ है।
एक छात्रा ने अपने अभिभावक को बताया है कि उनके स्कूल में सीनियर छात्रों का एक स्नैपचैट ग्रुप भी है। उस ग्रुप में कुछ छात्राओं की पहले भी अश्लील तस्वीरें शेयर की गईं थीं। चंडीगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन गोयल ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किया। फिलहाल पुलिस की साइबर सेल यूनिट ने स्नैपचैट से आपत्तिजनक तस्वीरों को हटवा दिया है। अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस टीमें असल आरोपित तक पहुँचने का प्रयास कर रहीं हैं।
अजमेर से भी सामने आया था ऐसा ही केस
गौरतलब है कि अगस्त 2023 में इसी तरह का एक अन्य मामला राजस्थान के अजमेर से सामने आया था। तब किशनगंज स्थित राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एक छात्रा की तस्वीर शेयर किए जाने को लेकर बवाल हुआ था। छात्रों का आरोप था कि यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी ऑफिसर ने एक छात्रा की तस्वीरें एक अन्य गार्ड के साथ शेयर कर उसके बारे में जानकारी जुटाने को कहा था। छात्रा की तस्वीरें दिखाकर गार्ड जानकारी हासिल कर रहे था, तभी हंगामा हो गया था। छात्रों का आरोप था कि 6 माह पहले एक छात्रा की आत्महत्या के मामले में भी इसी सिक्योरिटी इंचार्ज का हाथ था।
छात्राओं ने भी सिक्योरिटी अफसर पर अक्सर अपना पीछा करने का आरोप लगाया था। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा आरोपित सिक्योरिटी अफसर की बर्खास्तगी का भरोसा दिए जाने के बाद इस मामले का पटाक्षेप हुआ था।