केंद्र सरकार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की बेटी टी. वीणा की कंपनी एक्सलॉजिक के खिलाफ जाँच का आदेश दिया है। दरअसल, यह जाँच कंपनी रजिस्ट्रार द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट से शुरू की गई है, जिसमें कंपनी अधिनियम के तहत विभिन्न उल्लंघनों और अपराधों पर प्रकाश डाला गया है। केंद्र की कॉरपोरेट अफेयर के महानिदेशक के आदेश पर तीन सदस्यीय टीम इसकी जाँच करेगी।
वीणा की कंपनी की जाँच के लिए जो टीम नियुक्त की गई है, उसमें कर्नाटक के डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज वरुण बीएस, चेन्नई के डिप्टी डायरेक्टर केएम शंकर नारायण और पांडिचेरी कंपनी के रजिस्ट्रार ए गोकुलनाथ शामिल हैं। कॉरपोरेट मामलों के महानिदेशक ने जाँच रिपोर्ट चार महीने के भीतर सौंपने का आदेश दिया है।
12 जनवरी 2024 को जारी आदेश में कहा गया है, “एक शिकायत के आधार पर कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 206 (4) के प्रावधानों के तहत कंपनी रजिस्ट्रार, बैंगलोर द्वारा एक्सलॉजिक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की जाँच की गई थी। जिसने अधिनियम के तहत विभिन्न उल्लंघनों और अपराधों पर प्रकाश डालते हुए मामलों की जाँच की सिफारिश की।”
इस आदेश में एर्नाकुलम के कंपनी रजिस्ट्रार द्वारा दी गई उस रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है, जो केंद्र को सौंपी गई थी। वहीं, आयकर अंतरिम सेटलमेंट बोर्ड (आईटीआईएसबी) ने बताया था कि साल 2017 से तीन वर्षों में कोचीन मिनरल्स एंड रुटाइल लिमिटेड (CMRL) द्वारा एक्सलॉजिक सॉल्यूशंस को 1.72 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था।
सीएमआरएल से वीणा की फर्म को मासिक भुगतान की रिपोर्ट सामने आने के बाद राजनीतिक विवाद शुरू हो गया था। विपक्ष ने विजयन की सरकार पर वीणा को अवैध रूप से फायदा पहुँचाने का आरोप लगाया था। बिना किसी सर्विस के वीणा की कंपनी से वित्तीय लेन-देन किया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि सीएमआरएल को अनुचित लाभ पहुँचाने के लिए वीणा की कंपनी को पैसे दिए गए।
मुवत्तुपुझा से कांग्रेस विधायक मैथ्यू कुझालनदान ने कंपनी के खिलाफ आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री की बेटी ने उनकी कंपनी का जीएसटी नहीं चुकाया है। उन्होंने कथित रिश्वत को लेकर वीणा के खिलाफ जाँच की माँग करते हुए सतर्कता विभाग से भी संपर्क किया था।
इसके अलावा, आईटीआईएसबी द्वारा ट्रेड यूनियन नेताओं, अधिकारियों और राजनेताओं को अवैध भुगतान पाए जाने के बाद केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने सीएमआरएल और केएसआईडीसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।