उत्तराखंड पुलिस ने बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के विषय में अभद्र और भ्रामक टिप्पणी करने को लेकर एक तथाकथित साधु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सोशल मीडिया पर तथाकथित साधु का वीडियो वायरल होने के बाद चमोली पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इस संबंध में उत्तराखंड पुलिस की तरफ से सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की गई है।
यूट्यूब रोहित पहाड़ी ने अपने यूट्यूब चैनल रोहित पहाड़ी वीलॉग (Rohit Pahadi Vlog) पर उत्तराखंज के माणा इलाके में एक साधु से बातचीत का वीडियो अपलोड किया था। यह तथाकथित साधु भगवान बद्रीनाथ और केदारनाथ के बारे में भ्रामक टिप्पणी कर रहा था। शख्स ब्रदीनाथ और केदारनाथ के नाम का उच्चारण भी गलत कर रहा था। ऐसे में वीलॉगर उस साधु से उलझ पड़ता है। साधु की पहचान शानन्तु विश्वास के तौर पर हुई है।
वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजन्स में नाराजगी है। नेटिजन्स ने साधु का भेष धरे इस शख्स को मौलवी करार देते हुए इसके खिलाफ सख्त एक्शन की माँग की। बदरीनाथ में निवास कर रहे स्वामी अदृश्यानंद ने धार्मिक टिप्पणी करने वाले साधु के खिलाफ बदरीनाथ कोतवाली में तहरीर दी। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने संबंधित साधु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
सोशल मीडिया पर श्री बदरीनाथ व श्री केदारनाथ धाम के विषय में तथाकथित साधु द्वारा अभद्र टिप्पणी करने विषयक प्रसारित वीडियो का संज्ञान लेते हुए @chamolipolice द्वारा इस संबंध में कोतवाली श्री बदरीनाथ में शानन्तु विश्वास के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। pic.twitter.com/rVCxmdpTsd
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) May 17, 2023
उत्तराखंड पुलिस ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी। उत्तराखंड पुलिस द्वारा ट्विटर पर लिखा गया, “सोशल मीडिया पर श्री बद्रीनाथ व श्री केदारनाथ धाम के विषय में तथाकथित साधु द्वारा अभद्र टिप्पणी करने विषयक प्रसारित वीडियो का संज्ञान लेते हुए चमोली पुलिस द्वारा इस संबंध में कोतवाली श्री बद्रीनाथ में शानन्तु विश्वास के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।” साधु ने बद्रीनाथ धाम को बदरुद्दीन और केदारनाथ धाम को केदारुद्दीन बताते हुए कहा था कि वहाँ नमाज होता था।
यूट्यूबर रोहित पहाड़ी ने विवादित वीडियो को अपलोड करने को लेकर माफी माँगी है। रोहित पहाड़ी ने अपने यूट्यूब और फेसबुक चैनल से विवादित वीडियो को हटा दिया है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि उस वीडियो को प्रसारित न करे। चमोली पुलिस ने भी लोगों से वीडियो को शेयर न करने की अपील की है। फिलहाल आरोपित साधु शानन्तु विश्वास की तलाश की जा रही है।