फार्मास्यूटिकल कम्पनी सिप्ला ने रेमडेसिविर (Remdesivir) को लेकर कुछ बेईमान लोगों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी के खिलाफ चेतावनी भरा नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में, सिप्ला ने लोगों से उन बेईमानों से सावधान रहने को कहा है, जिन्होंने फर्जी तरीके से सिप्ला लिमिटेड के नाम पर बैंक अकाउंट खुलवा लिए हैं। नोटिस में कहा गया है कि ऐसे घोटालेबाज दवा की कथित सप्लाई के नाम पर खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए लोगों को गुमराह कर कर रहे हैं।
Public Cautionary Notice Regarding Remdesivir. pic.twitter.com/k1ZCY2Q2zI
— Cipla (@Cipla_Global) April 22, 2021
सिप्ला ने कहा है कि ऐसे व्यक्ति कंपनी से जुड़े या अधिकृत नहीं हैं। कम्पनी ने कहा, ”अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है और मामले की जाँच की जा रही है। हम उपभोक्ताओं को सिप्ला उत्पादों को केवल हमारे अधिकृत स्टॉकिस्ट और चैनल भागीदारों के माध्यम से लेने का आग्रह करते हैं।”
कंपनी ने बताया है कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट से खुलासा हुआ कि घबराए लोगों ने बेईमानों को रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए पैसे दिए। जब हमने सोशल मीडिया को खँगालना शुरू किया तो हमें ऐसे लोगों के बारे में पता चला जो रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजाम करने के नाम पर ठगे गए थे। हमें कुछ ऐसे ट्वीट मिले जिसमें कहा गया है कि ऐसे घोटाले उम्मीद से भी ज्यादा तेजी से हो रहे हैं।
मैंने जब उससे नंबर क्यों सज्जन से बात की तो उन्होंने अपना पता मुंबई के सिपला ऑफिस बताया।वह मुझे SBI का अकाउंट नंबर भेजा और कहा कि ₹3000 में आपको एक मिलेगी।आप पहले पहले पैसा ट्रांसफर कर दे।सज्जन की भाषा में मदर टंग इनफ्लुएंस काफी था। वह एग्जीक्यूटिव नहीं लगे और मुझे शक होगा।2/3
— Sorabh Tiwari (@SorabhTiwari13) April 22, 2021
सौरभ तिवारी ने ट्विटर पर लिखा है कि उन्होंने रेमडेसिविर के लिए मुम्बई फोन किया। दूसरी ओर से व्यक्ति ने दो घंटे में इंजेक्शन का इंतजाम करने का दावा किया। उसने तिवारी से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करने को कहा। शक होने पर जब तिवारी ने डिटेल चेक किया तो पाया कि नंबर मुम्बई का न होकर पश्चिम बंगाल का था और अकाउंट नम्बर किसी प्राइवेट बैंक का था।
जब आगे जांच की तो उनका जो नंबर है वह बंगाल की क्षेत्र का पाया गया और जो SBI AC NO.पर्सनल अकाउंट नंबर कोलकाता का ही पाया गया।इससे यह साफ जाहिर हो हो गया कि यह फर्जी है।कृपया सचेत रहें और सावधान रहें।@arunbothra @shalabhmani@awasthis @capt_ivane @vikasbha @DelhiPolice @Uppolice
— Sorabh Tiwari (@SorabhTiwari13) April 22, 2021
एक और यूजर पूजा मेहता ने अपने कटु अनुभव के बारे में बताया है कि कैसे अभिषेक कुमार नामक एक शख्स ने उनके साथ 28000 रुपए की धोखाधड़ी की। उसने जाइडस फार्मास्यूटिकल का कर्मचारी होने का दावा किया था और टोसिलिजुआम्ब (Tocilizumab) का इंतजाम करने के नाम पर उससे 28 हजार रुपए ले लिए।
He took ₹28k from us via bank transfer (IMPS) & promised to send the injection from Khopoli to South #Mumbai within 2 hours. His IFSC code is that of Bhopal (@bhopal_police & @mpcyberpolice) & account is in @rblbank. After constant communication, we find that he WAS A #FRAUD.
— Pooja Mehta (@PoojaMehta94) April 21, 2021
delivering the medicines which will save a critical patient’s life. I urge @cpmumbai to set an example by ARRESTING, PENALISING & PUNISHING THIS SCAMSTER. We pray for prompt action and justice 🙏🏻 pic.twitter.com/3XQbRSCwva
— Pooja Mehta (@PoojaMehta94) April 21, 2021
एक और यूजर ने केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को जवाब देते हुए आरोप लगाया है कि उसने अजय अग्रवाल नामक किसी व्यक्ति को रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए पैसे दिए थे और अब वह उसका फोन नहीं उठा रहा है।
Dear Sir,
— Gaurav Saxena (@GauravS90562924) April 22, 2021
I am gaurav &
Need vials urgently….paid full money but distributor not picking up or replying…who can help.
Distributor information as received for Remidesivir injection.Please contact Ajay Agarwal Cipla Distributor WA no. 7604027966.
एक और यूजर ज्योति ने आरोप लगाया है कि उसने इंजेक्शन के लिए किसी को 15000 रुपए दिए थे, लेकिन अब उसका नम्बर स्विच ऑफ है।
@DCP_CCC_Delhi Cipla Ltd.
— JYOTI (@JYOTISH97217811) April 22, 2021
Account number – 20422978561
IFSC code -SBIN0000813
STATE BANK OF INDIA sir please help me I paid 15000 to him for covid injection his no. Is switch off pic.twitter.com/wqCwbKtcNE
इसी तरह नचिकेता ने भी एक कहानी साझा करते हुए बताया है कि उसे सोशल मीडिया से एक नम्बर मिला, लेकिन उसे ट्रूकॉलर पर रेमडेसिविर फ्रॉड (Remdesivir fraud) के नाम पर सेव किया गया था।
खुद को ऐसी धोखाधड़ी से बचाने के तरीके
सबसे पहले, इंजेक्शन के लिए ऑनलाइन भुगतान न करें, खासतौर पर दवा मिलने से पहले। जैसा कि सिप्ला ने अपनी एडवायजरी में उल्लेख किया है, इंजेक्शन के लिए हमेशा अधिकृत वितरक के पास जाएँ। सिप्ला ने Tocilizumab [PDF] और रेमडेसिविर [PDF] दोनों के लिए अधिकृत वितरकों की सूची प्रदान की है, जिन्हें उनकी वेबसाइट से एक्सेस किया जा सकता है।
सोशल मीडिया मंचों पर बहुत सारे लिस्ट की भरमार हैं जो सत्यापित होने का दावा करते हैं। उनमें से किसी पर भरोसा करने से पहले, कृपया नम्बर पर कॉल करें और यह पता लगाने की कोशिश करें कि क्या वितरक की ऑनलाइन मौजूदगी है। जानकारी की दोबारा जाँच करें और भुगतान तभी करें जब दवा आपके हाथ में आ जाए।
ऐसे मामले सामने आए हैं जहाँ लोगों ने कुछ लोगों के लिए कुछ दवाओं की व्यवस्था की, लेकिन बाद में पैसे इकट्ठा किए और फोन बंद कर दिया। यह विश्वास हासिल करने के लिए पहले घोटाले करने वालों की एक बुनियादी रणनीति है और फिर पैसे लेकर भाग जाते हैं। लिहाजा विवरण का सत्यापन किए बिना दवा के लिए किसी को अग्रिम भुगतान न करें।