पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबर है। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर हमले का आरोप लगा कर कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। ISF की तरफ से तृणमूल नेता अरबुल इस्लाम को जिम्मेदार ठहराया गया है। हालात सँभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया गया है। घटना शनिवार (21 जनवरी 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 जनवरी को इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) का स्थापना दिवस था। इसका गठन पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले किया था। ISF के सैकड़ों कार्यकर्ता अपना स्थापना दिवस मनाने के लिए ही कोलकाता के एस्प्लेनेड मैदान में जमा हुए थे। आरोप है कि इसी कार्यक्रम के दौरान TMC कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। जब उनका विरोध किया गया तब उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। बताया जा रहा है कि पुलिस पर भी पत्थरबाजी हुई है।
इस बवाल का वीडियो भी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक बड़े से मैदान में भगदड़ मची दिखाई दे रही है। साथ ही दोनों पक्ष पुलिस की मौजूदगी में ही एक दूसरे पर हमलावर दिख रहे हैं। बीच में धुँआ भी दिखाई दे रहा।
#WATCH | Clash broke out between ISF (Indian Secular Front) activists and Kolkata police at the Esplanade area of Kolkata, West Bengal pic.twitter.com/GbLDjk0ZLF
— ANI (@ANI) January 21, 2023
आख़िरकार पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान उप्रदवियों पर आँसू गैस के गोले भी छोड़े गए। अब तक कुल 19 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की खबर है। इसी के साथ ISF के विधायक नौशाद सिद्दीकी को हिरासत में ले लिया गया है। ISF कार्यकर्ताओं ने अपने ऊपर हुए हमले का विरोध करते हुए TMC नेता अरबुल इस्लाम की गिरफ्तारी की माँग की है। इस दौरान ISF कार्यकर्ताओं ने सड़क भी जाम करने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि इस से पहले तृणमूल कॉन्ग्रेस और ISF के कार्यकर्ताओं में शनिवार को बंगाल के ही 24 परगना जिले में भिड़ चुके हैं। बताया जा रहा है कि तब ISF के सदस्यों में तृणमूल के एक ऑफिस में आगजनी की थी।