Monday, December 23, 2024
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कोरोना से जंग: देश में कहीं भी हों यूपी के गरीब मजदूर लोग, खाने-पीने का खर्च उठाएगी योगी सरकार

योगी सरकार ने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि वह घबराएँ नहीं और यथास्थान रहें साथ ही योगी सरकार ने घोषणा की है कि हमने उत्तराखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र के सीएम से बात कर कहा है कि उनके राज्यों में जो भी यूपी के रहने वाले लोग हैं उनके रहने और खाने के लिए इंतजाम किए जाएँ।

24 मार्च से देश में लागू लॉकडाउन के बाद से ही पूरे देश में यातायात प्रतिबंधित है। इस बीच दूर दराज क्षेत्रों में फँसे गरीब, मजदूरों का अपने गंतव्यों तक पहुँचने के लिए पलायन जारी है। इसी बीच योगी सरकार ने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि वह घबराएँ नहीं और यथास्थान रहें साथ ही योगी सरकार ने घोषणा की है कि हमने उत्तराखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र के सीएम से बात कर कहा है कि उनके राज्यों में जो भी यूपी के रहने वाले लोग हैं उनके रहने और खाने के लिए इंतजाम किए जाएँ। ऐसे में इन सुविधाओं का खर्चा योगी सरकार द्वारा दिया जाएगा।

लॉकडाउन के बाद अपने गंतव्यों की ओर लगातार पैदल चल रहे लोगों को देख सीएम योगी ने अपील करते हुए कहा है कि जो जहाँ हैं वहीं रहे, दूसरे राज्यों के सीएम से हमने उनके लिए बेहतर व्यवस्था कराने के लिए बात की हैं। ऐसे लोगों से निवेदन है कि वह घबराएँ नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मजदूर वर्ग के लोग ज्यादा कर रहे हैं। इसके साथ ही योगी ने कहा कि दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, जहाँ भी यूपी के लोग हैं उनसे अपील है कि वे घबराएँ नहीं। वे लोग सरकार की जिम्मेदारी हैं और उनके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि यूपी के मुख्य सचिव ने भी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि यूपी के जो निवासी वहाँ रह रहे हैं, उन्हें सुविधाएँ दें। यूपी की सरकार हर किसी का ख्याल रखेगी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ऐसे लोगों पर पूरी तरह फोकस कर रही है, जो लोग घबराकर रात और दिन पैदल चल रहे हैं। उन्हें कोई समस्या नहीं आएगी। परिवार, देश समाज और सुरक्षित भविष्य के लिए उनका लॉकडाउन का पालन करना आवश्यक है। कोरोना के खिलाफ जो लड़ाई है जिसमें सबको सहभागी बनना है। सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में 12 राज्यों के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। उन राज्यों के नागरिक किसी भी परेशानी पर उन नोडल अधिकारियों से सीधे संपर्क कर सकते हैं और उन राज्यों में फँसे लोग संबंधित नोडल अधिकारियों से सीधे संपर्क कर सकते हैं। इन लोगों के साथ एक आईपीएस अधिकारी को तैनात किया है जो 24 घंटे इन लोगों से जुड़े रहेंगे।

सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने जिलों के सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं कि डोर टू डोर डिलीवरी पर ध्यान दें। किरानों की दुकान खोलने को कहा है। इन किराने की दुकानों में सोशल डिस्टेंस के लिए भी विभागों को निर्देशित किया गया है। गौरतलब है कि योगी सरकार ने पिछले दिनों कहा था कि लोग घरों से बाहर नहीं निकलें। सरकार जरूरी सामान को उनके घरों तक पहुँचाएगी।

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लॉकडाउन के चलते दिल्ली में फँसे अपने नागरिकों के भोजन, आवास और आवागमन की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 50 लाख रुपए देने की घोषणा की है।

वहीं लॉकडाउन के बाद उत्तराखंड में फँसे विभिन्न राज्यों के नागरिकों को उनके घरों तक सकुशल भेजने के लिए बसों का इंतजाम कर रही है। इसके लिए राज्य ने केन्द्र सरकार से अनुमति ली है। दरअसल एक आँकड़े के मुताबिक उत्तराखंड में 2100 से अधिक पर्यटक फँसे हुए हैं, जिनमें गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग सबसे अधिक शामिल हैं। गौरतलब है कि देश में 21 दिनों के लिए यानि कि 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से 21 दिनों तक घरों में रहने की अपील की है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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