उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की शह पर बने अवैध बाजार पर आज पीडीए का बुलडोजर चलाया गया। यह अवैध मार्केट इमामबाड़े की जमीन पर बना था।
अखिलेश सरकार के शासन में साल 2016 में अतीक अहमद के इशारे पर जैन बिल्डर ने इमामबाड़ा गुलाम हैदर अली त्रिपौलिया बताशा मंडी में अवैध रूप से मार्केट का निर्माण कर लिया था।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, यहाँ 60 से ज्यादा दुकानें बनाकर करोड़ों में बेच दी गई थीं। इसी अवैध निर्माण के खिलाफ़ प्रयागराज में शनिवार को बड़ी कार्रवाई हुई। यहाँ 500 वर्ग मीटर वक्फ की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करके 60 से अधिक दुकानों का निर्माण करवाया गया था। इन्हीं दुकानों को अतीक अहमद के लोगों ने अपने लोगों के जरिए बेचा था।
कुछ अधिकारियों का कहना है कि दबंगई और सियासी रसूख के चलते वक्फ की संपत्ति और अवैध निर्माण करवाया गया था, जिन्हें जमींदोज करने के लिए शनिवार को कार्रवाई हुई।
बता दें कि ये प्रयागराज में PDA की ओर से 58वीं बड़ी कार्रवाई है। कथिततौर पर अवैध मार्केट का विकास प्राधिकरण से न ही नक्शा पास कराया गया और न ही किसी तरीके की अनुमति ली गई थी। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस तरीके की कई और बड़ी कार्रवाई अपराधियों के अवैध निर्माण पर की जाएगी। वक्फ की जमीन पर अवैध मार्केट बनाए जाने के मामले में सीबीआई भी जाँच कर रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के गुर्गे आशिफ उर्फ मल्ली के अवैध निर्माण पर पीडीए का बुलडोजर चला था। दरअसल, धूमनगंज के उमरी गाँव में मल्ली ने पीडीए से बगैर नक्शा पास कराए निर्माण कराया था। इसके चलते यह बिल्डिंग अवैध निर्माण की श्रेणी में आ रही थी।
उससे पूर्व 12 दिसंबर 2020 को अतीक के साले जकी अहमद का अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया था। 5 दिसंबर को अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम पर दर्ज करोड़ों की 3 संपत्तियों को भी प्रशासन ने जब्त किया था। याद दिला दें कि अतीक अहमद पर आरोप है कि उसने दबंगई और सियासी रसूख के दम पर अवैध तरीके से ये संपत्तियाँ अर्जित की थीं।