राजस्थान (Rajasthan) के चित्तौड़गढ़ के बेगूं से कॉन्ग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी (Congress MLA Rajendra Singh Bidhuri) का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह SHO के साथ गाली-गलौज कर रहे हैं और उन्हें बर्खास्त कराने की धमकी दे रहे हैं। बिधूड़ी अतिक्रमण के एक मामले में उनके अनुसार धारा नहीं जोड़ने से नाराज थे।
बिधूड़ी ने 37 मिनट के ऑडियो में 103 बार गंदी-गंदी गालियाँ दीं रहे और भैंसरोगढ़ थाना के SHO संजय गुर्जर (Sanjay Gurjar) उनसे गाली नहीं देने की गुजारिश करते रहे। जब विधायक नहीं माने तक उन्होंने फोन काट दिया। बाद उन्होंने जिले के एसपी को आवेदन पत्र देकर अपना स्थानांतरण पुलिस लाइन करा लिया। यह ऑडियो दो दिन पुराना बताया जा रहा है।
ऑडियो वायरल होने के बाद संजय गुर्जर ने विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इसके साथ ही उन्होंने चितौड़गढ़ की एसपी प्रीति जैन को आवेदन देकर अपना स्थानांतरण पुलिस लाइन में करा लिया है। गुर्जर का कहना है कि वे पुलिस में गाली सुनने के लिए नहीं आए हैं। वह विधायक के दबाव में काम नहीं कर सकते।
उधर विधायक राजेंद्र बिधूड़ी का कहना है कि उन्होंने थानाधिकारी को गाली नहीं दी है और वायरल ऑडियो फर्जी है। उनका कहना है कि वे कभी गाली नहीं ही देते। उन्हें बदनाम करने के लिए यह काम किया गया है।
ऑडियो में विधायक के दबाव पर SHO कहते नजर आ रहे हैं कि जब 120बी का कोई केस बन ही नहीं रहा तो वे जबरदस्ती कैसे कर दें। वे कह रहे हैं कि उन्हें भले फाँसी पर चढ़ा दिया जाए, लेकिन वह गलत काम नहीं करेंगे। इस पर विधायक बिधूड़ी ने संजय गुर्जर को 15 दिन में बर्खास्त करने की धमकी दी।
इस मामले में एसपी प्रीति जैन का कहना है कि ऑडियो में किसके बारे में बातचीत हो रही है, यह पूरी तरह से नहीं पता। रावतभाटा में कोई मामला दर्ज किया गया था, जिसकी जाँच संजय गुर्जर द्वारा की जा रही थी। फाइल मँगवाई गई है, उसके बाद ही पता चलेगा कि मामला क्या है?
क्या है मामला
दैनिक भास्कर के मुताबिक, रावतभाटा के रहने वाले एक व्यक्ति की लोठियाना गाँव में खेती की जमीन है, जिसको लेकर खिलाफ अतिक्रमण के तहत धारा 91 में कार्रवाई भी चल रही है। इसका मामला भैसरोड़गढ़ थाने में दर्ज कराया गया। इस मामले में यह कहते हुए 420 बी का मामला बनाने का दबाव बनाया जा रहा था कि सरकारी खेती की भूमि को ठेके पर दे दिया गया है।
इस मामले में कब्जाधारी संजय वाधवा ने हाईकोर्ट में रिट लगाकर जमानत ले ली। इससे विधायक नाराज हो गए। वाधवा के परिवार के साथ रावतभाटा में भी अतिक्रमण की कार्रवाई हुई तो उसमें भी स्टे मिल गया। खबर है कि शायद इसी बात पर विधायक खफा होकर थानेदार पर धमका रहे थे।