दिल्ली के जहाँगीरपुरी में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में चल रहे धरने के आयोजकों में से एक ने अपनी बहन के कोरोना पॉजीटिव पाए जाने की बात स्वीकार ली है। इसके बाद युवक ने अपना टेस्ट कराने के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में पहुँच गया है। वहीं युवक ने बताया है कि वह अपनी बहन से मिलने के बाद कई बार जहाँगीरपुरी में सीएए के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ है। इस खबर के बाद जहाँगीरपुरी स्थित धरने में भूचाल आना स्वाभाविक है, क्योंकि 400 से 500 महिलाओं से उन महिलाओं की पहचान कर पाना मुस्किल है, जो धरने के आयोजक युवक के करीब आई हो।
दिल्ली, जहांगीरपुरी में सीएए के ख़िलाफ़ धरना-प्रदर्शन के प्रायोजक तबरेज को हुआ कोरोना!
— Santosh Arya (@Santosh54822821) March 19, 2020
बहन सऊदी अरब से लौटी थी! प्रदर्शन में शामिल होकर सैकडो शेरनियों से मिली भी थी…
उसकी अम्मी को भी कोरोना!
सिलसिला शुरू… pic.twitter.com/7L9WwJeIbq
द प्रिंट की खबर के मुताबिक सीएए विरोधी धरने का आयोजक और पीड़ित तबरेज खान का कहना है कि 11 मार्च को सऊदी अरब से लौटने के बाद बहन का कोरोना पॉजीटिव पाया गया था, इसके बाद भी उसने उमराह की तीर्थयात्रा के लिए देश का दौरा किया था, जिसे साल में कभी भी किया जा सकता है, जोकि कोई अनिवार्य भी नहीं था। इसके बाद ही वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण सऊदी अरब ने तीर्थ स्थलों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इससे पहले ही बहन ने देश में प्रवेश कर लिया था।
द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक 35 वर्षीय आयोजक व्यक्ति ने कहा कि वह 13 मार्च को अपनी बहन से मिला था और उसके साथ बैठकर कुछ समय भी बिताया था। इसके बाद ही वह दिल्ली के जहाँगीरपुर में सीएए के विरोध में चल रहे धरने में भी शामिल हुआ। युवक ने अपनी सफाई देते हुए कहा, “मुझे उस समय अपने अंदर बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखा, इसलिए हर रोज की तरह ही निश्चिंत था और इसे लेकर कोई ध्यान ही नहीं दिया। युवक ने बताया कि बहन से मुलाकात के दो दिन बाद ही कोरोना पॉजीटिव पाया गया। इसके बाद से ही उनका इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है।
इसके बाद जब बहन के कोरोना पॉजीटिव पाया गया तो युवक को ध्यान आया कि वह उसके संपर्क में आया है तो अपनी भी जाँच कराई जाए। हालाँकि, आयोजक को अपने अंदर कोई लक्षण तो दिखाई नहीं दिया, लेकिन शक जरूर था और वही हुआ कि 16 मार्च को खाँसी आई और वह बढ़ती चली गई। इसके बाद से ही युवक दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में अपनी जाँच के लिए भर्ती है और अपनी जाँच के परिणाम का इंतजार कर रहा है।
वहीं कोरोना के रोगियों के लिए अस्पताल-वार डेटा के अभाव में बहन की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती है। वैसे स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, 11 लोग अब तक दिल्ली में कोरोनोवायरस पॉजिटिव है, जिसमें दो ठीक हो गए हैं और एक मृतक है। वहीं गुरुवार दोपहर तक देश में कोरोना के मामलों की संख्या 169 हो गई थी। आयोजक युवक ने सफाई देते हुए कहा कि जहाँगीरपुरी में चल रहे सीएए विरोधी धरने में बहन ने कभी हिस्सा नहीं लिया। युवक ने बताया कि धरना स्थल पर लगभग 400-450 लोग आते हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएँ हैं।