Thursday, November 7, 2024
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मृतक अल्ताफ पर नाबालिग हिंदू लड़की के अपहरण का दर्ज केस, मोबाइल में मिले थे अश्लील वीडियो, पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट परिजन अब बदल रहे बयान

बताया जा रहा है कि अल्ताफ घरों में रंगाई-पुताई और टाइल्स लगाने का काम करता था। जिस घर की लड़की गायब हुई थी, वहाँ भी वह टाइल्स लगाने का काम कर रहा था।

उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की कथित मौत पर राजनैतिक हंगामा हो गया है। मृतक का नाम अल्ताफ है, जिसकी उम्र लगभग 21 वर्ष थी। अल्ताफ को पुलिस ने एक नाबालिग लड़की के अपहरण के मुकदमे की जाँच के लिए थाने में बुलाया था। यह घटना 9 नवम्बर 2021 (मंगलवार) की है। अल्ताफ पर एक नाबालिग हिंदू लड़की का अपहरण करने का आरोप है। वहीं, अपहृत लड़की का अभी तक पता नहीं चला है।

उधर इस घटना को लेकर कासगंज के पुलिस अधीक्षक ने बयान जारी करते हुए बताया है कि यह घटना कैसे घटित हुई। उन्होंने बताया कि अल्ताफ ने हवालात के शौचालय में गया था और वहाँ नल की टोंटी से अपनी जैकेट में लगे नाड़े से आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस ने अल्ताफ को अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसने दम तोड़ दिया। अल्ताफ की मौत में लापरवाही बरतने के चलते इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह इंदौलिया, सब इंस्पेक्टर चंद्रेश गौतम, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार, हेड कांस्टेबल घनेंद्र सिंह और सिपाही सौरभ सोलंकी को सस्पेंड कर दिया गया है।

अल्ताफ कासगंज के अहरौली गाँव का रहने वाला था। उसकी मौत के बाद एक पत्र सामने आया, जिसमें उसके अब्बा का अंगूठा लगा होने का दावा किया जा रहा। इस पत्र में लिखा गया है कि अल्ताफ ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या की है। वहीं, इस पत्र में मृतक के कथित पिता ने दावा किया है कि उन्हें पुलिस से कोई शिकायत नहीं है और इस मामले वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते। इस पत्र के लेखक के रूप में सगीर का नाम दर्ज है, जबकि इस पर लगे अंगूठा के निशान मृतक के पिता चाँद मियाँ के बताए जा रहे हैं।

अल्ताफ के अब्बा चाँद मियाँ का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। उस वीडियो में उन्होंने स्वयं को पुलिस की कार्रवाई से पूरी तरह से संतुष्ट बताया है। वीडियो में उनका कहना है कि पुलिस का उनके प्रति व्यवहार ठीक रहा। चाँद मियाँ का ये भी कहना है कि उन्होंने आवेश में आकर पुलिस वालों के खिलाफ मीडिया बयान दिया था। उनका कहना है कि पुलिस ने उनके बेटे का इलाज करवाया पर वो नहीं बचा।

हालाँकि, मृतक अल्ताफ के अब्बा अपने बयान से पलट गए। उन्होंने अपने पिछले बयान को खराब मानसिक स्थिति के चलते दिया बताया। इसके के साथ उन्होंने खुद को अनपढ़ बताया और कहा कि उन लोगों ने पत्र पर अंगूठा लगाने के लिए कहा तो वे लगा दिए। इस नए वीडियो में उन्होंने खुद को पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट बताते हुए न्याय माँगा।

इस घटना पर ADG मेरठ ने भी बयान दिया है। ADG के अनुसार भी मृतक अल्ताफ ने थाने के अंदर फाँसी लगाने का प्रयास किया। इसी के साथ इस घटना की न्यायिक जाँच की भी संस्तुति करने की बात कही। पुलिस के अनुसार अल्ताफ स्थानीय अस्पताल में लगभग 15 मिनट जीवित रहा था। अल्ताफ का इस्लामी रीति रिवाज़ से अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।

मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अल्ताफ के शरीर पर मारपीट के निशान नहीं पाए गए हैं।

साभार – स्वराज्य सवेरा

दरअसल, अल्ताफ पर एक नाबालिग हिन्दू लड़की के अपहरण का आरोप लगा था। ऑपइंडिया के पास उस केस की FIR मौजूद है। यह FIR कोतवाली नगर कासगंज में दर्ज हुई थी। FIR के अनुसार दिनाँक 8 नवम्बर 2021 (सोमवार) को अल्ताफ़ ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 16 साल की एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर दिल्ली भेज दिया था। आरोप में यह भी कहा गया है कि लड़की अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी साथ ले गई। बताया जा रहा है कि अल्ताफ घरों में रंगाई-पुताई और टाइल्स लगाने का काम करता था। जिस घर की लड़की गायब हुई थी, वहाँ भी वह टाइल्स लगाने का काम कर रहा था। रिपोर्ट के अनुसार, अल्ताफ के मोबाईल में कुछ अश्लील वीडियो भी मिले थे। इसी वीडियो के आधार पर उस पर शक पुख्ता हुआ था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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