20 साल के युवक दिलबर नेगी की दर्दनाक हत्या के 3 मुस्लिम आरोपियों ने दिल्ली पुलिस के सामने कई चौंकाने वाली बातें कही हैंl उनका कहना है कि राजधानी में हो रहे दंगों के दौरान वे उत्तर पूर्वी दिल्ली के शिव विहार में हुई अंधाधुंध गोलीबारी में शामिल थे।
दिल्ली दंगो में दिलबर नेगी की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा फ़ाइल की गई चार्जशीट के मुताबिक़ तीन मुख्य आरोपितों शाहनवाज़, सलमान और सोनू सैफ ने पिस्टल का इंतज़ाम करने की बात स्वीकार कीl जिसमें से एक आरोपी सलमान ने हिन्दू समुदाय के लोगों पर गोलीबारी करने की बात भी कबूल की।
हिंदुओं पर हुई गोलीबारी के मुख्य आरोपी शाहनवाज़ ने दिल्ली पुलिस से पूछताछ के दौरान कहा कि उसने मुस्तफाबाद की तरफ से आती हुई भीड़ देखी। इसके बाद उसने अपने दोस्तों साहिल परवेज़, सलमान और समेत कई को डंडे, माचिस और बोतलें इकट्ठा करने के लिए कहा। पूछताछ के दौरान सलमान ने भी दंगों से जुड़ी कई अहम बातें कहीं, सलमान ने कहा कि उसने सोनू से पिस्टल लेकर आने के लिए कह दिया था। जो कि उसने 3-4 महीने पहले ही शाहनवाज़ से खरीदी थी।
सलमान ने यह भी कहा कि घटना के दौरान उसने हेलमेट पहना था, उसने शिव विहार तिराहे के पास हिंदुओं पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उसने इतनी गोलियाँ चलाई कि कुछ ही देर में उसकी मैगज़ीन खाली हो चुकी थी और फिर उसने पिस्टल सोनू को वापस कर दी।
सोनू ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया, “मैं अपने घर से ही पिस्टल लेकर आया था, पिस्टल सलमान को दे दिया, उसने हेलमेट पहनी और हिंदुओं पर गोली चलाना शुरू कर दिया।” दिल्ली पुलिस ने द्वारा दायर की गई चार्जशीट में तीनों आरोपितों के फोन रिकॉर्ड का भी ज़िक्र किया गया है कि दंगों के दौरान तीनों घटना स्थल पर ही मौजूद थे।
चार्जशीट के मुताबिक़ सीसीटीवी फुटेज भी बरामद की गई है, जिसे चार्जशीट में शामिल किया गया है। जिसमें यह साफ़ है कि डंडा लेकर आज़ाद 4:09:05 बजे नज़र आया था। फैज़ल 3:44:50 बजे नज़र आया था, शाहरुख 3:27:20 बजे और शोएब 3:37:04 के वक्त नज़र आया था। इनके अलावा ताहिर 3:41:59 बजे और सलमान 4:50:25 के दौरान नज़र आया था। दिल्ली पुलिस मुस्तफाबाद में हुए हिन्दू विरोधी दंगों में इनके अलावा अलावा कुल 24 और संदिग्धों से पूछताछ करेगी।
इन बातों के अलावा दिल्ली पुलिस ने इन दंगों के आरोपितों में अल हिन्द अस्पताल के मालिक डॉक्टर एमए अनवर का भी ज़िक्र किया है। मुस्तफाबाद में हुए हिन्दू विरोधी दंगों के के दौरान 20 साल के युवक दिलबर नेगी की हत्या हो गई थी।
उत्तराखंड का रहने वाले दिलबर नेगी को मुस्लिम भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। इतना ही नहीं भीड़ में शामिल लोगों ने उसके हाथ और पैर भी काटे और उसके बाद शरीर को आग में फेंक दिया था। नेगी शिव विहार स्थित अनिल स्वीट शॉप में काम करता था, जिसकी हिन्दू विरोधी दंगों के वक्त हत्या कर दी गई थी।
26 फरवरी के दिन उसका शव मिला था, जिसमें पैर लगभग कटे हुए थे और शरीर भी जल चुका था। दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट के अनुसार दिलबर नेगी को ज़िंदा ही आग में धकेल दिया गया था। पुलिस ने चार्जशीट में अब तक 12 लोगों का नाम शामिल किया है और फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में हैं।