नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के करावल नगर का शिव विहार उन इलाक़ों में से एक है जहाँ हिन्दू विरोधी दंगों के दौरान सबसे ज़्यादा तबाही बरपाई गई। हिन्दुओं के घरों को निशाना बनाया गया। एक हिन्दू का स्कूल जला दिया गया और उनकी दुकानों को तो ख़ाक ही कर दिया गया। एक कुम्हार की महीनों की मेहनत को तबाह कर दिया गया। वो बेचारा रोते-बिलखते हुए अपना कसूर पूछ रहा था। वहीं एक छोले-भठूरे वाले की दुकान में उसकी चूल्हे और बेंच सहित अन्य चीजों को जला दिया गया। ऐसे कई ग़रीबों की दुकानों को ज्यादा नुकसान पहुँचा है। ऑपइंडिया की टीम ने मौके पर पहुँच कर सारी स्थिति समझी।
सबसे पहले हम शिव विहार स्थित ‘भगवान शिव चौक’ पहुँचे। यहाँ ईंट-पत्थर इस तरह बिखरे हुए थे, जैसे वो दंगों का केंद्रबिंदु रहा हो। वहाँ अब सुरक्षा-व्यवस्था के अब तगड़े बंदोबस्त हैं। इसके बाद हम आगे शिव विहार चौक पहुँचे, जहाँ मुस्लिम की राजधानी स्कूल से चारों तरफ हमले किए गए। हिन्दू की डीआरपी स्कूल को ख़ाक में मिला दिया गया। राजधानी स्कूल में क़रीब 300 दंगाई गुंडे जमा थे। चौक पर एक व्यक्ति ने बताया कि कि रोड के उस तरफ़ मुस्लिमों के घर हैं, जो महफूज हैं। यह व्यक्ति अपनी जली हुई दुकान देखना आया था।
उसने जो कहा वह सही था। चौक के पास की सड़क के एक तरफ मुस्लिमों के घर सलामत थे, दूसरी तरह हिन्दुओं की दुकानें ख़ाक में मिली हुई थीं। हमने वहाँ सुरक्षा बलों को चाय-नाश्ता करा रहे एक व्यक्ति से इसका काऱण पूछा। उन्होंने बताया कि हमले इन्हीं मुस्लिमों के घर से हुए थे। मुस्लिम महिलाएँ भी अपनी छतों पर खड़े होकर पुलिस बलों पर एसिड से हमले कर रही थीं।
एक बुजुर्ग ने बताया कि मुस्लिम भीड़ के इस दंगे के जवाब में कई हिन्दुओं ने भी आत्मरक्षा में उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन वो राजधानी स्कूल की छत पर काफ़ी ऊँचाई पर थे, जहाँ से हिन्दू ही अधिकतर निशाना बने। दिनेश मुंशी को सिर में गोली लगी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद हिन्दुओं ने कई मुस्लिम महिलाओं को सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचाया, जो दोनों पक्षों के संघर्ष में फँस गई थी। इधर हिन्दू सबकी मदद करते रहे, उधर मुस्लिम भीड़ गुलेल से पत्थर फेंकती रही और पेट्रोल बम बरसाती रही।
एक ग़रीब कुम्हार, जिसके दीये फोड़ डाले गए। वही दीये,जो दीपावली में आपकी घरों की शोभा बढ़ाते हैं।
— Anupam K Singh ?? (@anupamnawada) February 29, 2020
मुस्लिम दंगाई भीड़ ने उस ग़रीब की महीनों की मेहनत बर्बाद कर दी। एक पुलिसकर्मी ने बताया वो रोते-बिलखते घूम रहा था।
स्थान:शिव विहार, दिल्ली (@OpIndia_in)#DelhiAgainstJehadiViolence pic.twitter.com/V5YCsybaUs
इलाक़े में अब भी डर का माहौल है क्योंकि कोई भी कैमरे के सामने आकर गुनहगारों के बारे में बोलने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि उन्हें इसी मोहल्ले में रहना है, इसलिए वे आज तो कैमरे के सामने आकर सच बोल देंगे। लेकिन कल को कोई अनहोनी हुई तो इस बार की तरह ही फिर कोई बचाने नहीं आएगा। उस समय पुलिस क्या कर रही थी? इस सवाल के जवाब में लोगों ने बताया कि उस वक़्त पुलिस भी वहाँ मौजूद थी लेकिन वो बार-बार यही कह रही थी कि उन्हें गोली चलाने का आदेश नहीं है।
ऑपइंडिया की टीम ने कई विडियो और फोटो जुटाए हैं, जो इस रिपोर्ट में संलग्न हैं। तबाही के इस मंजर में हिन्दुओं का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इससे उबरने में उन्हें काफ़ी समय लग जाएगा। लोग अभी भी घरों में दुबके हुए हैं।