देश की राजधानी दिल्ली से लव जिहाद का मामला सामने आया है। पूर्वी दिल्ली के छतरपुर इलाके में लव जिहाद की शिकार 2 नाबालिग बच्चियों के पड़ोस में रहने वाले दो मुस्लिम युवकों ने पहले उन्हें झूठे प्रेम जाल में फँसाया और फिर उन्हें भगा ले गए। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के रहने वाले हैं। इस मामले में पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित हिंदू परिवार बिहार का रहने वाला है, जो कि दिल्ली के छतरपुर इलाके के राजपुर गाँव में रहता है। वहीं पास में ही एक प्लॉट में गद्दा और रजाई बनाने का काम होता है, जहाँ करीब 15-20 मुस्लिम युवक काम करते हैं। इन्हीं में से नदीम और सोनू खान ने दोनों नाबालिगों से जान पहचान बढ़ाई। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई और नंबरों का आदान-प्रदान हुआ। वो फोन पर बातें करने लगे। इसके बाद एक दिन दोनों आरोपित लड़कियों को लेकर फरार हो गए।
पीड़िता के पिता का यह भी आरोप है कि एक आरोपित का बहनोई भी इस साजिश में शामिल है। वहीं, एक आरोपित नदीम का कहना है कि एक दिन तकिया बेचने के लिए पीड़ित परिवार के घर की ओर गया था, वहीं लड़कियों का नंबर उसने लिया था, लेकिन उनके गायब होने में उसका हाथ नहीं है। बता दें कि दोनों नाबालिग लड़कियों में से एक 11 साल और दूसरी 13 साल की है।
मैदानगढ़ी पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता के पिता ने बताया है कि उनकी दोनों बेटियाँ छतरपुर के ही राजकीय कन्या विद्यालय में कक्षा सातवीं की छात्रा हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण ऑनलाइन क्लास चल रही थी तो एक स्मार्टफोन उनकी बेटियों को दे दिया था। जिस दिन लड़कियाँ गायब हुई थीं, उस दिन उस मोबाइल पर कई अनजान नंबरों से कॉल आए थे, लेकिन उन पर फोन किया तो उन लोगों ने लड़कियों के बारे में जानने से इनकार कर दिया। नाबालिगों के पिता के मुताबिक, उनकी लड़कियाँ 2 नवंबर 2021 की सुबह घूमने के लिए घर से निकलीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं।
इसके बाद पीड़िता के पिता ने मैदानगढ़ी थाने में आरोपितों के खिलाफ शिकायत की। शिकायत के बाद कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीम मेरठ और अलीगढ़ भी गई थी, लेकिन वहाँ आरोपितों का पता नहीं चला।