26 जनवरी को दिल्ली में भड़की हिंसा के दौरान तिरंगे का अपमान होने से इंकार कर रही लुटियन लॉबी के झूठ का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ा है। पुलिस ने वीडियो जारी कर साबित कर दिया है कि ऑपइंडिया रिपोर्ट के ख़िलाफ़ द वायर का फैक्टचेक हो या फिर शिव सेना का दावा सब के सब निराधार थे और उस दिन तिरंगे का अपमान हुआ था।
टाइम्स नाऊ के अनुसार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा जारी वीडियो में एक इकबाल सिंह नाम का उपद्रवी स्पष्ट रूप से लाल किले में भीड़ को उकसाकर ऊँचाई से तिरंगे को हटाने की बात कह रहा है। साथ ही वह वहाँ निशान साहिब का चिह्न लगाने को भी बोलता सुनाई दे रहा है।
वीडियो में उसे दंगाइयों से अपील करते सुना जा सकता है कि अगर कोई लाल किले में घुसने से रोके तो पुलिस वालों से बंदूकें लेकर उनपर गोली चलाएँ। इस संबंध में कुल तीन वीडियो सार्वजनिक की गई हैं। इनमें इकबाल सिंह भीड़ को उकसा रहा है। वहीं पुलिस लगातार लाल किले में जाने से भीड़ को रोक रही है।
#Breaking | Proof of insult to Tiranga at Red Fort on R-Day. Visual evidence shows incitement of violence.
— TIMES NOW (@TimesNow) February 4, 2021
Details by Pradeep Dutta & Bhavatosh Singh on EXPLOSIVE #EXCLUSIVE with Madhavdas G. | #TirangaInsultProof pic.twitter.com/OpI4iM6KRT
वीडियो में उसे कहते सुना जा सकता है, “जल्दी करो और तिरंगा नीचे करो। वाहे गुरू, वाहे गुरू…. हम अपील करते हैं कि मोदी कि तिरंगा हटाकर वहाँ निशान साहिब को लगा। कुछ शर्म कर। बेशर्म मत हो। हम लाल किले के बाहर हैं और शांति से गेट खोलने को कह रहे हैं। बाबाजी एक शांतिपूर्ण क्रांति शुरू हो चुकी है। अगर इन्होंने गेट नहीं खोला तो हम इनकी बंदूक लेकर इन्हें मारेंगे। इसलिए बेहतर है ये मान जाएँ वरना हमारे पास हथियार हैं। हम उन्हें गोली मार देंगे।”
#Breaking | Delhi Police addresses the media over R-Day violence.
— TIMES NOW (@TimesNow) February 4, 2021
– Almost 300 social media handles identified for posting hateful contents.
– Several cases registered against handles spreading fake news, rumours.
– Greta Thunberg’s ‘toolkit’ addressed.
Listen in. pic.twitter.com/rJM50GWcYo
गौरतलब है कि एक ओर ये वीडियो सामने आई हैं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने भी खुलासा किया है कि उस समय 300 से अधिक सोशल मीडिया अकॉउंट से फर्जी जानकारी व अफवाहें फैलाई जा रही थीं। पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ विभिन्न समूहों में शत्रुता फैलाने के आरोप में और उन्हें भड़काने के लिए मुकदमा दर्ज किया है।
इतना ही नहीं, लाल किले में भड़की हिंसा मामले में एक धर्मेंद्र सिंह हरमन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्राँच की एसआईटी ने उसे एक वीडियो मिलने के बाद पकड़ा, इसमें वह कार पर खड़े होकर भीड़ को भड़का रहा था। वहीं दूसरी वीडियो में वह दंगाइयों के साथ हिंसा में शामिल भी नजर आ रहा था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को लगभग 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज लाल किला हिंसा के संबंध में मिले हैं। अब पुलिस सिर्फ फॉरेंसिक एक्सपर्ट की राय लेकर दंगाइयों को एक एक करके पकड़ने में जुटी है।