दिल्ली पुलिस ने शोएब खान (18) को पहचान बदल कर नाबालिग लड़की को झाँसा देने, अपहरण और जबरन निकाह की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया है। देश में ‘ग्रूमिंग/लव जिहाद’ की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है, जिसमें कट्टरपंथी मुस्लिम गैर-मुस्लिम महिलाओं को अपना निशाना बनाते हैं। ठीक इसी कड़ी में यह घटना सामने आई है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक़ शोएब खान ने फेसबुक पर फर्ज़ी नाम के ज़रिए 15 साल की लड़की से दोस्ती की। इसके बाद उसने नाबालिग का अपहरण किया और जबरन निकाह करने का दबाव बनाया। लेकिन बहुत जल्द नाबालिग लड़की को खोज लिया गया। पीड़िता के पिता की शिकायत के आधार पर राजौरी पुलिस गार्डेन पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
18-yr-old boy, Shoyab Khan arrested & sent to judicial custody for befriending a 15-yr-old girl on Facebook by making an account under a false name, forcing her for marriage & kidnapping her. Girl found. Her father had filed complaint at Rajouri Garden Police Station:Delhi Police pic.twitter.com/t6KGe4r0Lx
— ANI (@ANI) December 12, 2020
ग्रूमिंग जिहाद का बढ़ता भय
पिछले महीने दिल्ली के हिन्दू युवक ने गोंडा, उत्तर प्रदेश की मुस्लिम महिला पर आरोप लगाया था कि शादी के पहले महिला ने अपनी छुपाई और पहचान सामने आने पर इस्लाम स्वीकार करने का दबाव भी बनाया। दोनों की बातचीत फेसबुक पर शुरू हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ मुस्लिम महिला फेसबुक पर बातचीत के दौरान प्रताड़ित होने का नाटक करती थी। महिला का कहना था कि पहले वह हिन्दू थी लेकिन उसके माता-पिता ने उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करते थे। दोनों की शादी होने के बाद महिला अपने पिता के घर वापस चली गई।
युवक ने आरोप लगाया कि जब वह माँ के साथ अपनी पत्नी को लेने के लिए गोंडा गया तब पुलिस वालों ने उसे धमकाया और 80,000 रुपए देने की बात कही। इसके बाद महिला के परिजनों ने युवक और उसकी माँ को कमरे में बंद कर बंधक बना लिया। फिर युवक के सामने उसकी माँ को जान से मारने की धमकी देकर उससे इस्लाम कबूल कराया। धर्मांतरण के बाद उसका निकाह भी कराया गया, युवक ने मुस्लिम महिला के परिजनों पर पूरी घटना को अंजाम देने आरोप लगाया था।
एक अन्य घटना में गोलू खान नाम के आरोपित ने हिन्दू बन कर एक नाबालिग को बहलाया-फुसलाया और उस पर इस्लाम स्वीकार करने का दबाव बनाया और अंत में उससे निकाह किया। इस घटना को अंजाम देने के दौरान लोगों के सामने हिन्दू नज़र आने के लिए उसने तिलक लगाया और कलेवा भी पहना।
ऐसे ही एक और मामले में बलिया के इमरान खान ने अपना मज़हब छुपा कर नाबालिग लड़की को झाँसे में लिया। इसके बाद वह नाबालिग के साथ भागने में कामयाब भी रहा, लेकिन नाबालिग के रिश्तेदारों ने उसे धर दबोचा। अंत में उसकी गिरफ्तारी हुई थी और उस पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। ऐसे ही एक और मामले में मुस्लिम युवक ने अपनी पहचान हिन्दू बता कर एक दलित युवती से संबंध बनाए और शादी करने की बात पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा।
इस तरह के मामलों की सूची अनंत है। अब राजनीतिक दलों पर ऐसे मामलों का संज्ञान लेने का दबाव है। भाजपा शासित राज्यों की सरकारें इस तरह के मामलों को रोकने के लिए क़ानून लेकर भी आ रही हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस मुद्दे पर अध्यादेश लागू कर चुकी है। वहीं मध्य प्रदेश में इस क़ानून को अंतिम सूरत देने की तैयारियाँ अंतिम चरण में है।