Sunday, December 22, 2024
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दिल्ली में कुत्तों के आतंक का इलाज खोजने को सेमिनार, ‘पशु प्रेम’ के नाम पर मानवों में झूमाझटकी: योगिता भयाना की थप्पड़बाजी का Video वायरल

वायरल वीडियो में दो महिलाओं को थप्पड़ का आदान प्रदान करते हुए देखा जा सकता है। इनमें से एक एनिमल एक्टिविस्ट योगिता भयाना है। वीडियो में देख सकते हैं कि धक्का-मुक्की के बीच योगिता एक महिला को थप्पड़ मारती है, जवाब में वह महिला भी उन्हें तमाचा खींच देती है।

दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब (Constitution Club of India) में बुधवार (10 मई 2023) को एक सेमिनार का आयोजन किया गया था। विषय था- कुत्तों के काटने का आतंक, समाधान क्या। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की तरफ से आयोजित विचार गोष्ठी में इस आतंक का समाधान क्या मिला, यह स्पष्ट नहीं है। लेकिन यह गोष्ठी ‘पशु प्रेम’ के नाम पर हुई झूमाझटकी और थप्पड़बाजी का एक वीडियो वायरल होने के बाद से चर्चा में बनी हुई है।

वायरल वीडियो में दो महिलाओं को थप्पड़ का आदान प्रदान करते हुए देखा जा सकता है। इनमें से एक एनिमल एक्टिविस्ट योगिता भयाना है। वीडियो में देख सकते हैं कि धक्का-मुक्की के बीच योगिता एक महिला को थप्पड़ मारती है, जवाब में वह महिला भी उन्हें तमाचा खींच देती है।

मानवों के बीच हुए इस थप्पड़कांड की शुरुआत योगिता भयाना के नारेबाजी करते हुए अचानक मंच पर चढ़ने से हुआ। उन्हें और अन्य एक्टिविस्टों को जब सेमिनार में मौजूद लोगों तथा पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो हाथापाई और गाली-गलौच शुरू हो गई। योगिता भयाना ने दावा किया है कि कार्यक्रम के आयोजकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने आरोप लगाया, “हम अपने मन की बात कहना चाहते थे। हमें मंच देने के बजाय उन्होंने हमें पीटना शुरू कर दिया।”

विजय गोयल ने भी अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो साझा कर इस हंगामे के बारे में बताया है। उन्होंने कहा है, “बुधवार को हमने आवारा कुत्तों के काटने की समस्या पर कांस्टीट्यूशन क्लब में मीटिंग रखी थी। इस बैठक में पूरी दिल्ली के आरडब्ल्यूएस प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। यह बैठक तीन घंटे तक चली। इसमें आए सभी लोगों ने अपने-अपने विचार और आवारा कुत्तों के काटने की समस्या का समाधान बताया। जब हमारी मीटिंग हो रही थी, उसी के बराबर में मेनका गाँधी के नाम पर एक और मीटिंग रख ली गई। पता नहीं मेनका गाँधी को बदनाम करने के लिए या फिर उन्होंने ही यह मी​टिंग रखवाई। उन लोगों ने हमारी मीटिंग में आकर हंगामा किया। इस दौरान वो लोग कह रहे थे कि हम मीटिंग नहीं होने देंगे।”

गोयल ने कहा है कि देश भर में 6 करोड़ 40 लाख कुत्ते हैं। केवल दिल्ली के अंदर 6 लाख कुत्ते हैं, जो कहीं भी गली, मोहल्ले और बाग में लोगों को काट रहे हैं। इसलिए लोग इनसे बहुत परेशान हैं। उन्होंने हाथों में डंडा लेकर चलना शुरू कर दिया है। कुत्तों को लोग नफरत की निगाह से न देखें, सम्मान की निगाह से देखें। इसके लिए जरूरी है कि हम कुछ कदम उठाएँ। लेकिन उन लोगों ने हंगामा किया। बावजूद मीटिंग सफलतापूर्वक सम्पन हुई। हंगामे करने वाले लोगों को बाहर कर दिया गया। मीटिंग में दिल्ली नगर निगम द्वारा ज्यादा से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी करने और सभी की गणना की करने की बात तय हुई। साथ ही सभी कुत्तों को रैबीज का टीका लगाना होगा और बेसहारा कुत्तों को गोद लेने की राष्ट्रीय नीति बनानी होगी।

बता दें कि हाल में दिल्ली-एनसीआर में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पर कुत्तों के हमलों के कई मामले सामने आए हैं। मार्च 2023 में दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में दो भाइयों को आवारा कुत्तों ने नोच-नोचकर मार डाला था। इनमें एक भाई की उम्र 7 साल थी और दूसरे की महज 5 साल थी। वहीं दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 2022 में एक साल की बच्ची रिया पर आवारा कुत्ते ने बेरहमी से हमला कर दिया था। कुत्ते के हमले में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी। 36 घंटे तक चले ऑपरेशन में पीड़िता को 115 टाँके लगे थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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