महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार के मंत्री और NCP नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जाँच एजेंसी ने बुधवार (13 अप्रै,ल 2022) को कहा है कि उसने अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में नवाब मलिक और उनके परिवार की कई संपत्तियों को कुर्क कर लिया है।
एजेंसी द्वारा मलिक की जिन सपत्तियों पर कार्रवाई की गई है, उसमें गोवा वाला कंपाउंड संपत्ति, मुंबई के कुर्ला में एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, उस्मानाबाद में 147.794 एकड़ एग्रीकल्चर लैंड, कुर्ला में तीन फ्लैट और बांद्रा में दो आवासीय फ्लैट शामिल हैं। इन सभी संपत्तियों का मालिकाना हक सॉलिडस इंवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और मलिक इंफ्रास्ट्रक्चर के पास है। इन दोनों ही कंपनियों का संचालन नवाब मलिक और उनके परिवार के लोगों द्वारा किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय 2005 में मलिक को उनके भरोसेमंद सहयोगी सलीम पटेल के बेची गई गोवावाला परिसर मामले की जाँच कर रहा है। ईडी का आरोप है कि जमीन का असली मालिक मुनीरा प्लम्बर है और जमीन को हसीना पार्कर और पटेल ने जबरन हड़प लिया था।
इस बीच बुधवार (13 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक (62) की तत्काल रिहाई की माँग वाली याचिका को सुनवाई के लिए लिस्टेड करने के लिए सहमत हो गया है।
जेल में बंद हैं एनसीपी नेता
गौरतलब है कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ‘मनी लॉन्ड्रिंग मामले में और दाऊद से कनेक्शन’ मामले में 8 घंटे तक पूछताछ करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने मलिक से कथिततौर पर उनसे 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषियों में से एक से कुछ संपत्ति खरीदने के संबंध में पूछताछ की थी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवाब मलिक के ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। बहरहाल वो फिलहाल जेल में बंद हैं।