साल 2020 में दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों में दंगाइयों ने राहुल सोलंकी नाम के एक युवक को मार डाला था। राहुल सोलंकी शिव विहार इलाके में में रहते थे, जिन्हें दंगों के दौरान 24 फरवरी, 2020 को गोली मार दी गई थी। राहुल सोलंकी की हत्या में सोनू सैफी, आरिफ, अनीश कुरैशी, सिराजुद्दीन, मोहम्मद फुरकान, मोहम्मद इरशाद और मोहम्मद मुस्तकीम पर कोर्ट में आरोप तय हुए हैं। ऑपइंडिया की टीम वर्तमान हालात का पता करने के लिए उस इलाके में पहुँची जहाँ राहुल सोलंकी की हत्या हुई थी।
मुस्लिम को घर बेच कर जा चुका परिवार
ऑपइंडिया की टीम राहुल सोलंकी अप्रैल 2023 में उस कॉलोनी नंबर 3/5 बाबू नगर में पहुँची जहाँ राहुल सोलंकी का घर हुआ करता था। जिस स्थान पर राहुल सोलंकी की हत्या हुई उसके आस-पास सघन मुस्लिम बस्ती है। बीच में इक्का-दुक्का हिन्दुओं के घर और दुकानें दिखाई दीं। जब हमने घर का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई बाहर न निकला। घर के पड़ोस में रह रहे एक व्यक्ति ने हमें बताया कि सोलंकी परिवार उस घर को बेच कर कहीं जा चुका है।
घर बेचने का समय उन्होंने 2020 में दिल्ली दंगों के तुरंत बाद बाद बताया, जब राहुल की हत्या हुई थी। पड़ोसी जो खुद मुस्लिम था, उसने हमें यह भी बताया गया कि सोलंकी का घर किसी मुस्लिम व्यक्ति ने ही खरीदा है।
गली में कई लोगों से हमने यह सवाल किया कि राहुल सोलंकी के घर वाले मकान बेच कर कहाँ गए। हालाँकि, हमें इस सवाल का जवाब कोई नहीं दे पाया। सबने कहा कि उन्हें नहीं पता।
मोहल्ले में कई हिन्दू मुस्लिमों को बेच चुके घर
जब हम राहुल सोलंकी के घर पहुँचे तो आस-पड़ोस के लोग हमें कौतूहल से देखने लगे। हम वहाँ से आगे बढ़े तो इक्का-दुक्का हिन्दुओं के घर और ‘कपिल किराना’ और ‘बजरंग किराना’ जैसी दुकानें दिखीं। यहाँ हमने थोड़ी सी बात करनी चाही पर उन्होंने दिल्ली दंगों के मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। कुछ अन्य लोगों से हमने इस ख़ामोशी की वजह पूछी तो उन्होंने इसका कारण अपनी सुरक्षा बताया। नाम न बताने की शर्त पर हमें बताया गया कि 2020 दंगों के बाद बाबू नगर से कई हिन्दू मुस्लिमों को अपना घर बेच कर जा चुके हैं।
इन घर बेचने वालों में हमें उषा, राकेश शर्मा और मनवीर के नाम बताए गए।
सुरक्षा के लिए लगा लोहे का गेट
जिस स्थान पर राहुल सोलंकी का घर है उस जगह एक गली का नुक्क्ड़ पड़ता है। नुक्कड़ से सटी एक गली है जिसमें अभी हिन्दू समाज के लोगों की अच्छी तादाद है। उस गली में मौजूद महिलाओं ने कैमरे पर बात न करने की शर्त रखी। हमें बताया गया कि मुस्लिम भीड़ उनके मोहल्ले में घुस न पाए इसके लिए पूरी गली के हिन्दुओं ने लोहे का एक गेट लगा दिया था। लोहे का वह गेट हमें अभी भी लगा दिखा। महिलाओं ने यह भी बताया कि दंगों के दौरान उनके घरों पर अक्सर कभी दिन तो कभी रात में पत्थरबाजी होती थी।
हमें आगे बताया गया कि दंगों से पहले उनकी गली में मुस्लिम आबादी न के बराबर थी, लेकिन अब कुछ हिन्दुओं ने अपने घर मुस्लिमों को बेच दिए हैं। बताया यह भी गया कि कई घरों को खरीदने के लिए मुस्लिम प्रॉपर्टी डीलर दोगुना दाम तक देने की पेशकश कर रहे हैं। स्थानीय हिन्दुओं ने हमें भी रिपोर्टिंग के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी।
गौरतलब है कि हत्या के समय राहुल सोलंकी की उम्र 26 साल थी। वो सिविल इंजीनियरिंग की डिग्रीधारक थे। उनकी हत्या करने वाली भीड़ ने बाद में कुछ ही दूरी पर स्थित कौशिक की दुकान को लूट कर उसमें तोड़फोड़ की थी। बाद में दुकान को आग के हवाले कर दिया गया था। राहुल सोलंकी हत्याकांड की सुनवाई दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में चल रही है।