Sunday, November 17, 2024
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केरल के ‘द वीक’ मैगजीन ने छापी माँ काली और भगवान शंकर की आपत्तिजनक तस्वीर, FIR दर्ज, स्तंभकार बिबेक देबरॉय ने भी जताई नाराजगी

"द वीक मैगजीन के 62 व 63 पेज पर भगवान शिव व माँ काली की आपत्तिजनक फोटो छपी हुई थी। ऐसी तस्वीरें हिंदुओं की भावनाएँ को ठेस पहुँचाती हैं।"

माँ काली के फिल्मी पोस्टर के बाद भगवान शंकर की आपत्तिजनक तस्वीर छापने का मामला सामने आया है। यह आपत्तिजनक तस्वीर केरल की मैगजीन ‘द वीक’ में प्रकाशित की गई है। इसको लेकर विवाद गहरा गया है। इसी बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में ‘द वीक’ मैगजीन के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। भाजपा नेता प्रकाश शर्मा ने मैगजीन के खिलाफ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी।

भाजपा नेता ने कहा, “मैगजीन ने भगवान शिव और माँ काली की आपत्तिजनक फोटो छापी है। 30 जुलाई को वह दिल्ली से कानपुर लौटे। उन्होंने सेंट्रल स्टेशन के एक बुक स्टॉल से 24 जुलाई को प्रकाशित हुई द वीक मैगजीन खरीदी। मैगजीन के 62 व 63 पेज पर भगवान शिव व माँ काली की आपत्तिजनक फोटो छपी हुई थी। ऐसी तस्वीरें हिंदुओं की भावनाएँ को ठेस पहुँचाती हैं।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैगजीन ने 24 जुलाई के अंक में हिंदू देवी माँ काली को लेकर एक लेख छापा है। इस लेख में भगवान शंकर की जो तस्वीर छापी गई है, उसे आपत्तिजनक और हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया जा रहा है।

लेख का स्क्रीनशॉट फोटो साभार: दैनिक भास्कर

इस लेख को बिबेक देबरॉय ने लिखा है। ‘द वीक’ के स्तंभकार बिबेक देबरॉय ने 4 अगस्त को ट्विटर पर घोषणा की कि वह इस मैगजीन से खुद को अलग कर रहे हैं। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा, “मैगजीन ने मुझसे पूछे बिना लेख में माँ काली की आपत्तिजनक तस्वीर का इस्तेमाल किया। मैं इससे आहत हूँ।” प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष डॉ बिबेक देबरॉय एक अर्थशास्त्री और सम्मानित लेखक के रूप में जाने जाते हैं।

लेख में आपत्तिजनक तस्वीर का प्रयोग करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए देबरॉय ने मैगजीन की पत्रकारिता नैतिकता पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा, “मेरा यह पत्र ‘माँ काली’ पर विशेष कॉलम से संबंधित है, जिसे ‘द वीक’ ने मुझे लिखने के लिए कहा था। यह 24 जुलाई, 2022 के अंक में ‘ए टंग ऑफ फायर’ शीर्षक से प्रकाशित हुआ था। साथ में एक जादू टोना पर आधारित पेंटिंग का चित्र भी है। लेख के कंटेंट और इस तस्वीर के बीच एक बहुत ही कमजोर कड़ी है। मैं काली की कई बेहतर तस्वीर के बारे में सोच सकता हूँ और उसे उपलब्ध करवा सकता हूँ। इस तस्वीर को जान-बूझकर उकसाने और भड़काने के लिए चुना गया था। कम से कम, मैं इसे इस तरह से समझता हूँ।”

द वीक ने माँ काली की आपत्तिजनक फोटो का श्रेय बिबेक देबरॉय के लेख को दिया है

बता दें कि लेखक बिबेक देबरॉय (Bibek Debroy) ने ‘The fire has seven tongues, and one of these is Kali’ शीर्षक से लेख लिखा था, जो 24 जुलाई, 2022 को ‘द वीक’ में प्रकाशित किया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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