Saturday, December 21, 2024
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झारखंड में रेलवे ट्रैक को बम से उड़ाया, कानपुर में पटरी पर रख दिया आग बुझाने वाला सिलेंडर: लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा हादसा टला

साहिबगंज में जोरदार ब्लास्ट से रेल की पटरी का 470 सेंटीमीटर का टुकड़ा 39 मीटर दूर जा कर गिरा मिला। जहाँ ब्लास्ट किया गया, वहाँ 3 फ़ीट गहरा गड्ढा हो गया। मरम्मत होने तक ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन फ़िलहाल बंद कर दिया गया है।

हाल में ट्रेनों को बेपटरी करने की साजिश रचे जाने की कई घटनाएँ सामने आई हैं। अब इसी तरह की कोशिश एक बार फिर कानपुर में देखने को मिली है। यहाँ रेलवे ट्रैक पर आग बुझाने वाला सिलेंडर रखा हुआ मिला है। वहीं झारखंड के साहिबगंज में रेलवे ट्रैक को बम धमाके से उड़ा दिया गया है। दोनों घटना की जाँच चल रही है।

पहला मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले से है। यहाँ बुधवार (2 अक्टूबर 2024) को एक मालगाड़ी सुबह 7 बजे के आसपास अम्बियापुर के पास से गुजर रही थी। तभी लोको पायलट को हावड़ा-दिल्ली डाउनलाइन पर एक अग्निशमन यंत्र पड़ा दिखा। मालगाड़ी के पायलट ने ट्रेन रोक दी और कंट्रोल रूम को सूचित किया। जीआरपी और RPF की टीमें फ़ौरन ही घटनास्थल पर पहुँच कर जाँच में जुट गईं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अग्निशमन यंत्र काफी पुराना है। इस पर लिखे स्टीकर आदि नोच दिए गए हैं। प्रथम दृष्टया पुलिस ने इसे किसी की शरारत माना है। बताते चलें कि रविवार (22 सितंबर 2024) को भी कानपुर देहात में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर पाया गया था। तब भी ट्रेन ड्राइवर ने सतर्कता से गाड़ी रोक कर उसे हटा दिया था। अभी तक उस मामले में भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

रेल ट्रैक को बम से उड़ाया

दूसरा मामला झारखंड के साहिबगंज से है। यहाँ मंगलवार-बुधवार की रात बदमाशों ने एनटीपीसी एमजीआर रेलवे ट्रैक को बम से उड़ा दिया है। यह जगह बरहेट थानाक्षेत्र के गाँव रांगा के पास स्थित घुट्टू टोला की है। रिपोर्ट्स के अनुसार जोरदार ब्लास्ट से रेल की पटरी का 470 सेंटीमीटर का टुकड़ा 39 मीटर दूर जा कर गिरा मिला। जहाँ ब्लास्ट किया गया, वहाँ 3 फ़ीट गहरा गड्ढा हो गया। मरम्मत होने तक ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन फ़िलहाल बंद कर दिया गया है।

रेलवे के नाइट गार्ड जितेंद्र कुमार के मुताबिक घटना आधी रात के समय लगभग 12 बजे की है। जिस लाइन को विस्फोट से उड़ाया गया है, वह सिर्फ NTPC के लिए कोयला ले जाने के काम में आती है। इसे ललमनिया फरक्का MGR लाइन भी कहते हैं। कुछ लोगों को ये कोयला चोरों की करतूत लग रही है लिस बल मौके पर पहुँच कर छानबीन में जुटी हुई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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