टाटा ग्रुप (Tata Group) के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का रविवार (4 सितंबर 2022) को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दुर्घटना मुंबई से सटे पालघर जिले के मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर हुआ। इस हादसे में उनके ड्राइवर की भी मौत हो गई है। हादसे के बाद कार के परखच्चे उड़ गए हैं।
#BREAKING | Former chairman of Tata Sons Cyrus Mistry killed in road accident near Mumbai.
— Republic (@republic) September 4, 2022
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रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्त्री अपनी मर्सिडीज कार से जा रहे थे। इस दौरान उनकी गाड़ी रोड के डिवाइडर से टकरा गई। इस हादसे में कार में सवार कुल चार लोगों में से मिस्त्री सहित दो लोगों की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद मिस्त्री को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पालघर के SP बालासाहेब पाटिल के अनुसार, “मिस्त्री MH-47-AB-6705 नंबर की कार में सवार थे। दुर्घटना दोपहर करीब 3:30 बजे अहमदाबाद से मुंबई के रास्ते में सूर्या नदी के पुल पर हुआ। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि बाकी दो लोग घायल हो गए।”
कौन थे साइरस मिस्त्री
दिसंबर 2012 में रतन टाटा द्वारा टाटा सन्स के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्ति लेने के बाद साइरस मिस्त्री को अध्यक्ष बनाया गया था। हालाँकि, चार साल के अंदर ही अक्टूबर 2016 में उन्हें पद से हटना पड़ा था। उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया था।
इस विवाद के बढ़ने के बाद तब टाटा सन्स ने कहा था कि साइरस मिस्त्री के कामकाज का तरीका टाटा सन्स के कामकाज के तरीके से मेल नहीं खा रहा था। इसलिए उन्हें हटाना पड़ा। बता दें कि टाटा ग्रुप के 150 साल से भी ज्यादा समय के इतिहास में साइरस मिस्त्री छठे और सबसे युवा ग्रुप चेयरमैन थे।
साइरस मिस्री का पूरा नाम साइरस पालोनजी मिस्त्री है। 4 जुलाई 1968 को जन्मे साइरस मिस्री शापूरजी पालोनजी ग्रुप के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे। साइरस ने मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद वे सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए थे। वहाँ उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में मास्टर की डिग्री भी ली थी।
विदेश से डिग्री लेकर लौटे साइरस मिस्त्री ने साल 1991 में फैमिली बिजनेस को जॉइन किया था। साल 1994 में उन्हें शापूरजी पालोनजी ग्रुप का निदेशक नियुक्त किया गया। उनके निर्देशन में कंपनी ने भारत का सबसे ऊँचा आवासीय टावर, सबसे लंबा रेलवे पुल और सबसे बड़े पोर्ट का निर्माण किया। पालोनजी ग्रुप कपड़े से लेकर रियल एस्टेट, हॉस्पिटलिटी, कंस्ट्रक्शन, बिजनेस ऑटोमेशन आदि कई क्षेत्रों में कारोबार करती है।
पिता पालोनजी मिस्त्री का दो महीना पहले हुआ था निधन
साइरस के पिता पालोनजी मिस्त्री साल 2006 में टाटा ग्रुप के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से रिटायर हुए थे। इसके बाद साइरस मिस्त्री उनकी जगह पर शामिल हुए थे। साइरस के पिता पालोनजी मिस्त्री टाटा ग्रुप के सबसे बड़े शेयर होल्डर में से एक थे। अब भी मिस्त्री परिवार के पास टाटा ऐंड सन्स में 18.4% की हिस्सेदारी है और इस समूह के दूसरे सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं। टाटा ट्रस्ट के पास टाटा सन्स के सबसे अधिक शेयर हैं।
साइरस के पिता पालोनजी मिस्त्री का इसी साल 28 जून को निधन हो गया था। वे 93 साल के थे। अब साइरस के निधन के बाद उनके परिवार में उनकी माँ पाट्सी पेरिन डुबास, बड़े भाई शापूर मिस्त्री और दो बहनें लैला मिस्त्री एवं अलू मिस्त्री रह गई हैं। उनकी एक बहन की शादी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई है।
राजनीति से लेकर उद्योग जगत की हस्तियों ने जताया शोक
साइरस मिस्त्री की आकस्मिक निधन पर देश भर में मातम फैल गया है। उनकी मौत पर महाराष्ट्र के मुख्यनाथ शिंदे और भाजपा नेता नितिन गडकरी सहित तमाम दलों के नेताओं एवं उद्योगपतियों ने अपना दुख प्रकट किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी ट्वीट कर दुख जताया है।