उत्तर प्रदेश में इन दिनों मदरसों में होने वाली अवैध गतिविधियाँ पुलिस के निशाने पर है। पिछले दिनों बिजनौर में पुलिस ने मदरसे पर छापेमारी कर हथियारों की खेप बरामद की थी, तो अब शामली पुलिस ने सोमवार (जुलाई 29, 2019) को दो मदरसों पर छापा मार कर चार विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों विदेशी नागरिक मदरसे में मौलवी और छात्र बनकर रहते थे और मूल रुप से ये म्यांमार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इनके पास से संदिग्ध वीजा और पासपोर्ट मिले हैं।
शामली पुलिस ने 04 विदेशियों व तीन विभिन्न मदरसों से संबंधित 03 नफर मोहतमिम/मदरसा संचालक समेंत 07 संदिग्ध किये गिरफ्तार,नाजायज दस्तावेज,देशी-विदेशी मुद्रा समेत कई मोबाईल फोन बरामद। @Uppolice @policenewsup @adgzonemeerut @digsaharanpur pic.twitter.com/BeCYFbbZi3
— Shamli Police (@shamlipolice) July 29, 2019
पुलिस ने आरोपितों को संरक्षण देने के आरोप में तीन मदरसा संचालकों- मौलाना हफीउल्ला, कारी वासिफ व मौलवी असरफ हुसैन को भी गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक, ये सभी विदेशी नागरिक कई सालों से शामली के मदरसों में पढ़ा रहे थे। फिलहाल मामले की जाँच की जा रही है और गिरफ्तार किए गए आरोपितों से स्थानीय पुलिस, खुफिया विभाग और एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, ये संदिग्ध विदेशी जलालाबाद के मदरसों में छिपकर रह रहे थे। इनमें से एक अब्दुल मजीद जलालाबाद के मदरसा अशरफिया में बतौर मौलवी बच्चों को पढ़ाता था, जिसने नौमान अली नाम के एक शख्स को बतौर छात्र अपने पास रखा हुआ था। इसके अलावा अब्दुल मजीद ने जलालाबाद के मदरसा मिफ्ताउल उलूम में भी छात्रों के रूप में रिजवान और फुरकान को रखा हुआ था। ये भी यहाँ पर अवैध रुप से रह रहे थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
अब्दुल मजीद और उसके साथ रहने वाले नौमान के बारे में मदरसा अशरफिया के कारी वासिफ सब कुछ जानते थे। इसके अलावा मदरसा मिफ्ताउल उलूम के मौलाना हफीउल्ला को भी अपने यहाँ पढ़ रहे दोनों छात्रों के विदेशी होने और यहाँ अवैध रूप से ठहरने की जानकारी थी। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 समेत विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों के कब्जे से भारतीय नागरिकता के दस्तावेज, भारतीय रुपए, म्यांमार करेंसी, एटीएम, फोन भी बरामद किए गए हैं।