Tuesday, December 3, 2024
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पंचायत के लिए डासना मंदिर जा रहे हिन्दुओं पर लाठीचार्ज; गाजियाबाद पुलिस का कड़ा पहरा: भाजपा MLA ने कमिश्नर को बताया तानाशाह

पंचायत में शामिल होने के लिए गाजियाबाद की ही लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर अपने कई साथियों के साथ डासना मंदिर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में उनको पुलिस ने रोका तो उनके समर्थक बहस करने लगे। कुछ ही देर में यह बहस नोकझोक में बदल गई।

गाजियाबाद के डासना मंदिर में हिन्दू संगठनों ने रविवार (13 अक्टूबर 2024) को महापंचायत बुलाई गई थी। इस पंचायत का आयोजन महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के समर्थन में किया गया था। भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर समेत कई साधु-संतों ने इस पंचायत को समर्थन दिया था। पुलिस ने इस ऐलान को देखते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। अब इस आयोजन को हर हाल में पूरा करने में जुटे हिन्दू संगठनों और पुलिस के बीच झड़प की खबर है। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और भीड़ को मंदिर तक पहुँचने से पहले ही रोक दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंचायत में शामिल होने के लिए गाजियाबाद की ही लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर अपने कई साथियों के साथ डासना मंदिर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में उन्हें पुलिस ने रोका, तो उनके समर्थक बहस करने लगे। कुछ ही देर में यह बहस नोकझोक में बदल गई। विधायक के समर्थक पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़ कर मंदिर की तरफ जाना चाह रहे थे। हालाँकि पुलिस उनको किसी भी रूप में आगे नहीं बढ़ने दे रही थी।

लाठीचार्ज का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भीड़ का दबाव बढ़ता देख कर थोड़ी ही देर बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया और लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद भीड़ तितर-बितर हुई। लाठीचार्ज से नाराज हिन्दू संगठन के सदस्यों ने हाइवे पर जाम लगाने की कोशिश की। इस बीच डासना मंदिर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर मंदिर के चारों तरफ से बैरिकेड लगा दिए गए।

भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर को तानाशाह बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों लोगों को रास्ते में ही रोक दिया गया। कई लोगों के नजरबंद होने का दावा करते हुए नन्द किशोर गुर्जर ने कहा कि पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं के कपड़े तक फाड़े गए हैं। बकौल नंदकिशोर गुर्जर मंदिर पर हमला कर के कई लोगों की हत्याओं की साजिश रचने वालों के बजाय पुलिस सिर्फ हिन्दुओं पर जोर दिखा रही है।

नन्द किशोर गुर्जर ने कहा कि पंचायत का फैसला साफ है कि पहले तो रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बाहर किया जाए। दूसरी माँग के तौर पर उन्होंने डासना मंदिर पर हमला करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई माँगी। तीसरी और अंतिम माँग के तौर पर उन्होंने कहा कि मंदिरों पर हमला करने वालों, खाने-पीने की चीजों में थूक और मूत्र मिला कर जेहाद करने वालों का केस फ़ास्टट्रैक कोर्ट में चला कर जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए। इस दौरान उन्होंने गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर की गिरफ्तारी की भी माँग की।

मंदिर के मुख्य द्वारा पर तैनात एक पुलिसकर्मी द्वारा किसी संत को माँ की गाली देने का भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने इस वीडियो की जाँच व आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कुछ लोग पुलिस की हिरासत में भी बताए जा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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